प्रयागराज, कोरोना वायरस के गंभीर मरीजों की जान हर हाल में बचाना है। इसके लिए प्रयागराज के डॉक्टरों का सहयोग एसजीपीजीआइ लखनऊ और बीएचयू के चिकित्सक सहयोग कर रहे हैं। प्रयागराज के लेवल थ्री कोविड अस्पताल एसआरएन (स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल) से एसजीपीजीआइ लखनऊ और बीएचयू के वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों का पैनल ऑनलाइन जुड़कर काम कर रहा है।

गंभीर मरीजों के इलाज में ऑनलाइन पैनल की मदद लेते हैं चिकित्सक
प्रयागराज में प्रत्येक दिन डाक्टर किसी न किसी मरीज की हालत खराब होने पर इसी ऑनलाइन पैनल के जरिए अपना ध्यान केंद्रित करते हैं। वहां के वरिष्ठ चिकित्सकों की मदद लेते हैं। लेवल-वन और लेवल-टू कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों की हालत अचानक बिगडऩे पर लेवल-थ्री कोविड अस्पताल के डाक्टरों की ऑनलाइन मदद ली जाती है।
प्रयागराज में सरकारी सुविधा के दो ही कोविड अस्पताल
प्रयागराज शहर में कोरोना के मरीजों की संख्या काफी अधिक है। सरकारी सुविधा के तहत इलाज के लिए दो ही अस्पताल हैं। इनमें स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय ही एक मात्र लेवल-थ्री कोविड अस्पताल है। बेली अस्पताल लेवल-टू श्रेणी का है। इसके अलावा निजी क्षेत्र में यूनाइटेड मेडिसिटी भी लेवेल-टू श्रेणी का अस्पताल है। ज्यादा गंभीर मरीज लेवेल-थ्री कोविड अस्पताल में भर्ती किए जाते हैं। इनमें भी किसी मरीज की जान खतरे में पड़ जाती है और डाक्टरों के हाथ से केस निकल रहा होता है तो आनन-फानन एसजीपीजीआइ या बीएचयू के सीनियर डाक्टरों से ऑनलाइन जुड़कर उस मरीज को ट्रीटमेंट दिया जाता है। अप्रैल महीने से अब तक 30 से अधिक ऐसे गंभीर मरीजों के लिए ऑनलाइन चिकित्सा सेवा दी जा चुकी है।
लेवेल-वन, लेवेल-टू श्रेणी के कोविड अस्पताल के चिकित्सक लेवेल-थ्री से लेते हैं मदद
लेवेल-थ्री कोविड अस्पताल के अधीक्षक डा. सुजीत वर्मा का कहना है कि जरूरत पडऩे पर बड़े अस्पतालों से चिकित्सा मदद ली जाती है। इसका एक पैनल ही बना हुआ है जो आकस्मिक स्थिति में किसी मरीज की हालत पर ध्यान केंद्रित करता है। वहीं लेवेल-वन या लेवेल-टू श्रेणी के कोविड अस्पताल के चिकित्सक लेवेल-थ्री कोविड के डाक्टरों से ऑनलाइन चिकित्सा मदद लेते हैं।
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