नरेंद्र मोदी की कुंडली में राज योग है, इस बात को नकारा नहीं जा सकता है. लेकिन क्या किसी शख्स को ये बात आज से करीब 500 साल पहले ही पता चल गयी थी. हम बात कर रहे हैं फ्रांस के मशहूर भविष्यवक्ता रहे नास्त्रेदमस की. दरअसल भाजपा के सांसद किरीट सोमैया ने सोमवार को लोकसभा में एक बयान में कहा कि मोदी ही वो शख्स है, जिसकी बात नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी में की थी.
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असल में नास्त्रेदमस ने कहा था कि पूरब में एक ऐसा नेता उभरेगा जो भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा. सोमैया के इस बयान के बाद एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर नास्त्रेदमस हैं कौन और उन्होंने कौन-सी भविष्यवाणियां पहले की थीं, जो सच साबित हुईं.
गौरतलब है कि फ्रांस के नास्त्रेदमस की कई भविष्यवाणियां सही साबित हो चुकी हैं. उनमें से ही कुछ यह हैं:
1. फ्रांसीसी क्रांति
फ्रांस में सामाजिक और राजनीतिक उथल-पुथल के लिए फ्रांसीसी क्रांति (1789-99) को याद किया जाता है. यह फ्रेंच और यूरोपियन इतिहास की सबसे बड़ी घटना थी. 1789 में फ्रांसीसी क्रांति की शुरुआत हुई. फ्रांस के लोग राजशाही से परेशान होकर सडकों पर उतर आए. भीड़ ने पेरिस शहर का पूरा नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया. उग्र लोगों ने बड़े लोगों (सामंतों और शासकों) को किले में बंद कर दिया और उनके सिर कलम कर दिए.
2. नेपोलियन का उदय
नास्त्रेदमस की नेपोलियन पर की गई भविष्यवाणी एकदम सटीक की थी. उन्होंने एक आदमी का जिक्र करते हुए अपने कोड में PAU, NAY, LORON का जिक्र किया था. अगर इसके नाम को आगे-पीछे मिलाया जाए तो नेपोलियन रोय या नेपोलियन बोनापार्ट बनता है. यह फ्रांस का सबसे प्रसिद्ध राजा था. नास्त्रेदमस ने तीसरी लाइन में जो नाम लिया है वह पोप पियूस छठवां और पियूस सातवां को उल्लेखित करता है. हैरत की बात थी कि दोनों ही नेपोलियन द्वारा बंदी बना लिए गए थे.
3. एडोल्फ हिटलर
नास्त्रेदमस के बीस्ट की तुलना जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर से की जाती है. ऑस्ट्रिया में पैदा हुआ यह जर्मन नेता नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी (नाजी) का प्रमुख था. वह 1933 से 1945 तक जर्मनी का चांसलर और 1934 से 1945 तक राष्ट्राध्यक्ष था. उसकी सेना ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान फ्रांस पर कब्जा कर लिया था. उसे यूरोप में फांसीवाद के उदय, द्वितीय विश्व युद्ध और लाखों मासूमों के नसंहार के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है.
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4. दूसरा विश्वयुद्ध
द्वितीय विश्वयुद्ध और एडोल्फ हिटलर के उदय के बारे नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी एकदम सटीक साबित हुई. 1939-1945 तक चले इस विश्वयुद्ध में दुनिया के बड़े देशों ने भाग लिया था. यह इतिहास का सबसे बड़ा युद्ध था, जिसमें दुनियाभर से 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया था. विशेषज्ञों ने इसे ‘प्रलय’ का नाम दिया था. क्योंकि इसमें पांच से सात करोड़ लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी.
5. परमाणु बमबारी
जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमले का उल्लेख नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी में मिलता है. अमेरिका द्वारा किए गए इस हमले के साथ ही द्वितीय विश्वयुद्ध का अंत हो गया और जापान ने घुटने टेक दिए. हिरोशिमा में 90 से एक लाख 66 हजार लोग और नागासाकी में 60 से 80 हजार लोग काल के गाल में समां गए थे. यह परमाणु हमले की पहली और आखिरी घटना है. जिसमें एक बार में ही कुल डेढ़ से ढाई लाख लोग मारे गए.
6. वर्ल्ड ट्रेंड सेंटर पर आंतकी हमला
न्यूयॉर्क और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और ट्विन टॉवर का मतलब साल 2001 के 9/11 के हमले से जोड़ा गया है. नास्त्रेदमस के Arethusa को ‘लादेन’ से जोड़ा गया. इस घटना में अपहरणकर्त्ताओं ने दो प्लेन को हाइजैक कर ट्विन टॉवर में क्रैश करा दिया था. प्लेन में बैठे यात्री और इमारत में काम करने वाले लोग मारे गए. दोनों टॉवर सिर्फ दो घंटे के अंदर जमींदोज हो गए. प्लेन में बैठा कोई भी यात्री जिंदा न बच सका.
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