लखनऊ. राष्ट्रीय लोकदल ने यूपी चुनाव के मद्देनजर अपना चुनावी घोषणापत्र जारी कर दिया है। घोषणापत्र में शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों को पुरानी पेंशन के बहाने लुभाने की खासी कोशिश की गई है।
रालोद के घोषणापत्र के मुताबिक अगर पार्टी सत्ता में आई तो पुरानी पेंशन योजना बहाल की जाएगी। इससे यूपी के करीब 13 लाख शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी लाभान्वित होंगे।
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रालोद के इस ऐलान का अटेवा पेंशन बचाओ मंच ने स्वागत किया है। मंच के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु और मीडिया प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि रालोद ने सकारात्मक सोच दिखाई है।
विजय कुमार ने बताया कि प्रदेश के 13 लाख शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी काफी दिनों से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की गई थी। उन्होंने हमारी मांगें मानने का वादा किया था, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
प्रदेश महामंत्री डॉ नीरजपति त्रिपाठी ने बताया कि बीते दिसंबर से सूबे भर के शिक्षकों ने लखनऊ में पुरानी पेंशन के लिए शांतिपूर्ण धरना किया, जिसपर पुलिस ने लाठीचार्ज करा दिया था। इस दौरान कुशीनगर जिले के एक शिक्षक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में उनकी मौत हो गई थी।
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अटेवा समेत कई संगठनों ने उनके परिवार की मदद की, लेकिन सरकार का दिल फिर भी नहीं पसीजा। अब रालोद के घोषणापत्र से शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों में एक बार फिर उम्मीद की लहर जग गई है।
मीडिया प्रभारी राजेश यादव ने बताया कि अगर रालोद हमारे बारे में सोचेगा तो हम भी उसका साथ देने को तैयार रहेंगे।
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