पंजाब में 117 विधानसभा सीटों के लिए आज वोटिंग हो रही है. राज्य के लगभग दो करोड़ से अधिक मतदाता 11 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे, जिसमें 81 महिला उम्मीदवार और एक किन्नर हैं. इस चुनाव में वे मतदाता बड़ा उलटफेर कर सकते हैं.
पहली बार पंजाब में त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच है. आप यहां बड़ा फेरबदल कर सकती है.
पिछले एक साल में अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने युवाओं और ग्रामीण मतदाताओं में खासी पैठ बना ली है. कांग्रेस और अकाली दल-भाजपा गठबंधन उसके निशाने पर है.
मुश्किल में अकाली-बीजेपी
पंजाब में अकाली दल भाजपा के साथ पिछले एक दशक 2007-2012 और 2012-2017 से सत्ता में है. अकाली दल ने 94 सीटों पर, जबकि सहयोगी भाजपा ने 23 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. दोनों दल पंजाब में विकास के मुद्दे पर वोट मांग रहे हैं.
कांग्रेस को हैं उम्मीदें
कांग्रेस ने इस बार पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर दांव लगाया है, जो मुख्यमंत्री पद के चेहरा हैं. पार्टी को अकाली दल, भाजपा और आम आदमी पार्टी की चुनौती का भी सामना करना है.
कांग्रेस ने ड्रग्स, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बुनियादी ढांचे की कमी जैसे मुद्दों पर सत्तारूढ़ पार्टी को घेरा है. हाल ही में हुए सर्वेक्षणों में कांग्रेस को 60 से 65 सीटें मिलती दिखाई गई हैं, जबकि आम आदमी पार्टी 41 से 45 सीटों के साथ दूसरे और अकाली दल-भाजपा गठबंधन 11 से 15 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर है.
आप के लिए नई चुनौती
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के बाद पहली बार बाहर पैर फैलाए हैं. पार्टी के लिए पंजाब में बड़ी चुनौती है. पिछले कुछ सप्ताह में अकाली-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस ने इसे इसे बाहरी करार दिया है.
आरोप यह भी लगे हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पंजाब का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं.
पोल सर्वेक्षण में आप को सूबे के कृषि समृद्ध मालवा क्षेत्र में बढ़त मिलते दिखाया गया है.इस संदर्भ में आप के खाते में 117 विधानसभा सीटों में से 69 जाती दिख रही हैं.
इस क्षेत्र को पारंपरिक रूप से अकालियों का गढ़ माना जाता रहा है. 2014 के संसदीय चुनाव से अस्तित्व में आई आम आदमी पार्टी ने पंजाब में 34 फीसदी मत हासिल किए हैं.
यहां है मुख्य मुकाबले
सूबे के माझा (ब्यास नदी के उत्तर में) और दोआबा (ब्यास और सतलुज नदियों के बीच के क्षेत्र) में मुख्य राजनीतिक दलों के बीच कड़ा मुकाबला है. यहां लांबी सीट पर मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह चुनाव लड़ रहे हैं.
जलालाबाद में सुखबीर बादल और आप के भगवंत मान और कांग्रेस के रवनीत सिंह बिट्ट के बीच कांटे की टक्कर है.
पटियाला (शहरी) में अमरिंदर सिंह और अकाली दल से पूर्व सैन्य प्रमुख एवं पूर्व राज्यपाल जे.जे.सिंह मैदान में हैं, जबकि लहर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर बट्टल (कांग्रेस) और पंजाब के वित्तमंत्री परमिंदर सिंह ढींढसा (अकाली दल) आमने-सामने हैं.
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