बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र चुनाव प्रचार चरम पर है। इधर गठबंधन के बाद अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जोर शोर से प्रचार में जुटे हुए हैं और उधर बसपा सुप्रीमों मायावती भी पीछे नहीं है। आज बुलंदशहर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने समाजवादी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि कांग्रेस और सपा गठबंधन स्वार्थ के लिए किया गया है।
जाने, बुलंदशहर रैली में क्या-क्या बोली मायावती
भाजपा पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि आपको मालूम है कि सपा के 5 साल के और मोदी के 3 साल के कार्यकाल के दौरान दलित, किसान और अन्य को लेकर कुछ नहीं हुआ। बीजेपी के पास सीएम का चेहरा नहीं है। बीएसपी का बेदागी चेहरा है। मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक समुदाय के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। अगर प्रदेश में बीजेपी की सरकार बन गयी तो पहले से और भी ज्यादा बड़े पीड़ा दायक फैसले लिए जायेंगे। मायावती ने कहा कि भाजपा के लोग यूपी की कानून-वयवस्था को सुधारने के लिए बढ़ चढ़ कर बाते कर रहे हैं। इनकी सरकार में तो अराजकता और भी बढ़ जाती है।
नोटबंदी पर भी मायावती ने बीजेपी को घेरते हुए कहा कि बीजेपी ने नोटबंदी का अति पीड़ादायक फैसला किया जिससे करोड़ों लोग बेरोज़गार हुए हैं। बीजेपी ने पहले ही अपने करीबियों का काला धन ठिकाने लगवा दिया था। बजट में भी नहीं बताया कि कितना काला धन आया और कितने लोगों को सज़ा दी गई। मोदी ने एक वादा पूरा किया, पूंजीपतियों को मालामाल करने का। यूपी में भी बीजेपी ने कोई विकास नहीं किया, बल्कि साम्प्रादिकता फैलाने का काम किया।
सपा सरकार में जंगलराज
सपा सरकार को गुंडागर्दी पर घेरते हुए मायावती ने कहा कि सपा सरकार में अपराधी और जंगल राज रहा है। महिलाओं के खिलाफ अपराध और गुंडागर्दी की कई घटनाएं हुईं। दादरी में घटना हुई, मथुरा में ज़मीन कब्ज़ा, बुलंदशहर बलात्कार कांड हुआ। सपा ने जो थोड़ा बहुत काम किया भी है उसकी शुरुआत भी बसपा सरकार में ही हुई थी। मुलायम ने पुत्र मोह में अपने भाई शिवपाल यादव को अपमानित किया है। शिवपाल अखिलेश को नुक्सान पहुंचाएंगे। उनका अपना वोट बंटेगा। ऐसे में उनको वोट देना बर्बाद करना है।
कितना भी करा लें सर्वेक्षण, चुनाव के बाद सबको पता चल जाएगा
मायावती ने कहा कि इन दिनों उत्तर प्रदेश में चुनाव सर्वेक्षण का जोर है। यह सारे सर्वेक्षण विभिन्न राजनीतिक दल करा रहे हैं। सारे सर्वेक्षण मैनेज्ड हैं। उन्होंने कहा कि पार्टियां अपने पक्ष में सर्वे भले ही करा रही हैं,लेकिन सारे सर्वे की पोल चुनाव के रिजल्ट में खुल जायेगी। मायावती ने जनता को भारतीय जनता पार्टी से सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि भाजपा आरक्षण को खत्म करने में जुटी है। भाजपा तो आरएसएस के एजेंडा के हिसाब से मौजूदा आरक्षण व्यवस्था को बदलना चाहती है। भाजपा ने अपनी जातिवादी मानसिकता के कारण दलितों का शोषण किया है, उनपर अत्याचार किया है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में गिने-चुने दिन रह गए हैं। सभी राजनीति दल तमाम हठकंडे अपना वोटरों को अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रही हैं। राजनीतिक दल चंद वोटों के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को ताक पर रख देती हैं। उन्हें कितने भी नियम क्यों न तोड़ने पड़े, बस किसी तरह सत्ता का सुख मिल जाए।
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