तमिलनाडु में जल्लीकट्टू को कानूनी मान्यता दिलाने को लेकर हुए प्रदर्शन पर आखिरकार विराम लग गया। इस खेल को लेकर प्रदेश में जमकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था। प्रदेश सरकार ने सूबे की जनता को विश्वास दिलाया था कि वो जल्द ही इस खेल को फिर से शुरु कराएंगे। इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी जिसपर पीएम मोदी ने भी मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम को भरोसा दिलाया कि जल्द ही इस मामले पर अमल किया जायेगा, जिसका परिणाम लोगों के सामने आ गया है। खेल को शुरु करने के लिए लाए गए विधेयक को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंजूरी दे दी है।
वहीं राज्य में इस खेल के आयोजन के प्रति समर्थन के लिए मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी का धन्यवाद किया। मोदी को लिखे पत्र में पन्नीरसेल्वम ने कहा कि उनकी सरकार ने शुरू में अध्यादेश लाया था और बाद में राज्य विधानसभा ने सर्वसम्मति से इसकी जगह विधेयक पारित किया। उन्होंने कहा कि विधेयक को राज्यपाल विद्यासागर राव ने राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा और 31 जनवरी 2017 को राष्ट्रपति ने इसे मंजूरी दे दी। पत्र में उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की सरकार और लोगों की तरफ में राज्य में जल्लीकट्टू के आयोजन के समर्थन के लिए एक बार फिर आपका शुक्रिया अदा करता हूं।
बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ.पन्नीरसेल्वम ने शुक्रवार को कहा था कि जल्लीकट्टू के समर्थन में मरीना में एक हफ्ते तक चले प्रदर्शन में अनेक असामाजिक तत्व घुस आए थे जिनका मकसद प्रदर्शन को मूल उद्देश्य से भटकाना था।
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