इटावा: समाजवादी पार्टी की कमान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हाथ आने के बाद पार्टी में दो फाड़ हो गए। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता व उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने मंगलवार को इटावा में नामांकन के दौरान एक बड़ा बनाया दिया। इटावा में एक जनसभा के दौरान शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश यादव सरकार बना लें इसके बाद हम पार्टी बनाएंगे। 11 मार्च के बाद शिवपाल सिंह यादव अपनी नई पार्टी बनाएंगे।
शिवपाल ने दिखाए तीखे तेवर व पार्टी के बागियों के प्रति सहानुभूति दिखाई
शिवपाल यादव ने नामांकन कराने के बाद वो जीत के लिए एकदम आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा भी कि वो भारी मतों से जीतेंगे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि वो कांग्रेस के लिए प्रचार नहीं करेंगे। शिवपाल यादव ने कहा कि पार्टी के जो प्रत्याशी उन्हें प्रचार करने के लिए बुलाएंगे, उनके पक्ष में प्रचार करने मैं जाऊंगा। नामांकन से पहले शिवपाल ने यहां बड़ी जनसभा को भी संबोधित किया। उन्होंने नेता जी मुलायम सिंह के बयान पर हामी भरते हुए कहा कि मैं सिर्फ सपा का प्रचार करूंगा और 19 फरवरी तक इटावा में ही रहूंगा। नामांकन के दौरान शिवपाल के साथ उनके बहनोई अजंट सिंह और मुख्यमंत्री अखिलेस यादव के करीबी मैनपुरी के सांसद तेज प्रताप यादव भी माजूद थे।
इस दौरान शिवपाल यादव ने नाराज़गी के बाद पार्टी छोड़कर गए अपने करीबियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि जो मेरे साथ रहे हैं, उनके लिए मेरी शुभकामनाएं हैं। बता दें कि सपा-कांग्रेस गठबंधन और अखिलेश के फैसलों से शिवपाल यादव नाराज़ चल रहे हैं। इसलिए उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी बात सामने आई थी, पर उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि वो साइकिल चुनाव निशान से ही लड़ेंगे।
इससे पहले यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी को छोड़कर लोक दल के टिकट पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं। लेकिन सोमवार शाम को ही अपने निर्वाचन क्षेत्र जसवंतनगर में मौजूद शिवपाल यादव ने इन सभी अफवाहों को खारिज करते हुए यह साफ कर दिया कि वह लोक दल से चुनाव नहीं लड़ने जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि वह 31 जनवरी यानी मंगलवार को समाजवादी पार्टी के टिकट पर ही अपने निर्वाचन क्षेत्र जसवंत नगर से नामांकन दाखिल करेंगे।
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