वैसे तो ट्विटर ही इस नेता का प्रमुख पहचान है. ये गलत या सही वजहों से हमेशा सोशल मीडिया की सुर्ख़ियों में छाए ही रहते है. जिनका नाम आप सभी जानते ही होंगे लेकिन चलिए.
हम भी बता ही देते हैं. ये है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल. आज ‘ट्विटर किंग’ और ‘आप’ प्रमुख #दलित_विरोधी_केजरीवाल के हैशटैग के साथ ट्वीटर पर टॉप ट्रेंड कर रहे हैं.
मामले ने आज तूल इसलिए पकड़ रखा है क्योंकि आज केजरीवाल के पक्ष में एक एग्जिटपोल आया है. जिसमें वो 117 में से 234 सीटें पंजाब इलेक्शन में जीत रहें हैं. लेकिन बाद में पता चलता है, कमबख्त ये तो सपना था.
चलिए इसी सपने पर जनता के कुछ रोचक कमेंट्स पढ़ते हैं.
केजरीवाल के एक प्रशंसक, एक फोटो के साथ लिखते हैं. आप सरकार अगर कह रही है कि वो दलित के साथ है तो ये मात्र एक झूठ है, इसने पिछले दो सालों में दलितों के लिए कुछ नहीं किया.
https://twitter.com/Ankushchoubey_/status/825914745937129472
वहीँ पर सीए एम एन झा लिखते हैं कि आप इस बार आप अपने आन्तरिक सर्वेक्षण में 117 में से 234 सीटें जीत रही ही लेकिन ये सब केवल सपना है.
#दलित_विरोधी_केजरीवाल as per Latest AAP's internal polls they are getting 234 seat out of 117. Poll was conducted in the dreams of kejriwal
— CA. MOD NARAYAN JHA (@camnjha) January 30, 2017
वहीँ सोनिया गोगोई लिखती हैं कि अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के दलितों की तरह पंजाब के दलितों को भी केवल मूर्ख ही बना रहे हैं.
ArvindKejriwal is just fooling the Dalits of Punjab like he did with the Delhi's Dalits.#दलित_विरोधी_केजरीवाल pic.twitter.com/uE9QycQpRg
— Siona Gogoi (@AtomicBlow) January 30, 2017
वहीँ अमृतसर डीए कैप्टेन ने कुछ रोचक फोटोज के साथ ‘कोई शक’ लिखा है.
THAT IS WHY #दलित_विरोधी_केजरीवाल
कोई शक… pic.twitter.com/rZ3IaPLfVl
— Amritsar DA Captain (@amritsardacapt) January 30, 2017
अंशुल लिखते हैं, पूर्व आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता यामिनी गोमर ने पहले से ही अवगत कराया है
कि यह सिख विरोधी और दलित विरोधी पार्टी है.
https://twitter.com/anshul8283/status/825947698721280000
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