अब डेंगू मच्छर सिर्फ जान नहीं लेगा, बल्कि इसकी वजह से जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है. डेंगू के इलाज के नाम पर लूट करने वाले प्राइवेट अस्पतालों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है। सिर्फ कार्ड जांच के आधार पर मरीजों को डराने वाले अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। ऐसे अस्पतालों से 200 रुपए का जुर्माना वसूल किया जाएगा। डेंगू मरीजों की जानकारी न देने वाले अस्पतालों पर शिकंजा कसा जाएगा।
डेंगू मच्छर से होने वाली बीमारी की जानकारी
डेंगू एक उष्णकटिबंधीय संक्रामक रोग बीमारी हैं जो एडीज इजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है। जो पहले तो सामान्य बुखार की तरह ही लगता है मगर इसका प्रभाव शरीर पर बहुत खरतरनाक से होता है। अगर इसका इलाज सही तरह से नहीं किया गया तो मौत भी हो सकती है। डेंगू मलेरिया की तरह मच्छर के काटने से होता है। डेंगू का वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू का बुखार ज्यादा से ज्यादा दो हफ्ते तक रहता है। इस रोग का पनपना जून के महीने से शुरू होता है और मॉनसून के महीने में अपना चरम प्रकोप दिखाना शुरू करता है।
पिछले साल डेंगू से निपटने में नाकाम रहा स्वास्थ्य विभाग अब लोगों पर जुर्माना ठोंकेगा। चेतावनी के बाद भी जिन घरों में मच्छरों को पनपने से रोकने के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए उन पर स्वास्थ्य विभाग जुर्माना वसूल करेगा।
ऐसे लोगों को जेल तक जाना पड़ सकता है।डेंगू को लेकर किरकिरी ङोल रहे स्वास्थ्य विभाग अब बेतुकी तैयारियों में जुट गया है। सीएमओ डॉ. जीएस बाजपेई ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।
एंटीलार्वा का छिड़काव कराया जाएगा। करीब 150 मशीनें हैं। कर्मचारियों की कमी है। इन्हें बढ़ाने के लिए उच्च अधिकारियों से बात चल रही है। उन्होंने कहा कि टीमें ब्लॉकों में जाकर सर्वे करेंगी।
जिन घरों में डेंगू मच्छर के पनपने की स्थिति होंगी उन्हें ठीक कराने के लिए कहा जाएगा। चेतावनी के बावजूद स्थिति नहीं सुधरी तो कार्रवाई होगी। 200 रुपए का जुर्माना वसूल किया जाएगा, जेल भी होगी।
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