लखनऊ । उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ी पुलिस की सक्रियता अब धीरे-धीरे रंग ला रही है! महकमे की एसटीएफ इसी सक्रियता से ताजनगरी में कुख्यात बदमाश गिरफ्त में आ गया। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने बीती रात मुठभेड़ में 50 हजार के कुख्यात इनामी अपराधी देवेंद्र जाट को गिरफ्तार कर लिया। देवेंद्र जाट पहले पुलिस में था, लेकिन जब वहां उसको बहुत फायदा मिलता नहीं दिखा तो उसने बाद में अपराध जगत में कदम रख दिया।
आगरा के थाना कागारौल क्षेत्र से गिरफ्तार देवेंद्र पर हत्या, लूट जैसी बड़ी घटनाओं के 34 से अधिक मुकदमे आगरा, मथुरा, हाथरस, फ़ीरोज़ाबाद, फऱीदाबाद, मध्यप्रदेश और दिल्ली में दर्ज हैं। 2008 में सिरसागंज, फीरोजाबाद में 550 किलो चांदी लूट, महावन मथुरा में आधा किलो सोने की लूट, 2009 में सूर्यनगर कालोनी आगरा में 50 किलो चाँदी लूट जैसी दर्जनों वारदात की है। 2011 में शिवपुरी, मध्य प्रदेश में ट्रक ड्राइवर और सहायक की हत्या करके चीनी से भरे ट्रक की लूट की। देवेन्द्र जाट ने गैंग के साथ मिलकर 2014 में हाथरस के थाना सिकंदराराऊ हाथरस में बर्तन व्यवसाई से 44 लाख कैश लूटा, 2015 में मसाला व्यवसाई से 11 लाख की लूट. दिसम्बर 2015 में थाना कगारौल आगरा में पशु व्यवसाई से 50 लाख की लूट और 2016 में बस स्टैंड , मथुरा में गुटका व्यवसाई से 7 लाख कैश लूटा। उसने महाराष्ट्र में पशु व्यवसायी से 50 लाख की लूट करके सनसनी फैला दी। इसके अलावा देवेन्द्र ने 2 इनोवा कार लूट, 1 अरटिगा कार लूट, 8 मोटरसाइकल लूट, और 5 चैन स्नैचिंग की वारदात भी करना बताया है। पशु व्यवसायी से हुई 50 लाख की लूट के बंटवारे के विवाद को लेकर देवेन्द्र ने लूट में शामिल अपने 2 साथियों सोनू और दिन्नू की भी हत्या करके शव को नहर में फेंकना स्वीकारा है। देवेन्द्र जाट पुलिस का 1997 बैच का सिपाही था जो 2007 में अपनी आपराधिक गतिविधियों के कारण बर्खास्त हो चुका है।
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