बिजनौर। टिकट वितरण में नजरअंदाज किए गए पूर्व विधायक डा. इन्द्रदेव ने भाजपा से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया, वहीं कई अन्य दावेदारों ने भी कलक्ट्रेट पहुंचकर नामजदगी कराई। सुरक्षा की दृष्टि से नामांकन स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
टिकट वितरण में नज़रअंदाज किये गए डॉ. इंद्रदेव
उप्र के विधानसभा चुनाव 2017 के लिए चल रही नामांकन प्रक्रिया के अंतर्गत शुक्रवार को उम्मीदवारों ने बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ कलक्ट्रेट में नामांकन स्थल पर पहुंचे और दूसरे चरण में होने वाले मतदान के लिए बिजनौर विधानसभा, नजीबाबाद विधानसभा, नगीना विधानसभा, बढ़ापुर विधानसभा, धामपुर विधानसभा, नहटौर विधानसभा, चांदपुर विधानसभा तथा नूरपुर विधानसभा आदि से दावेदारी ठोंकने वालों में से कई ने नामांकन पत्र दाखिल किए। भाजपा से कई बार विधायक चुने गए डा. इन्द्रदेव बढ़ापुर विधानसभा से टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह उनके धुरविरोधी ठाकुर सर्वेश सिंह के पुत्र सुशांत को प्रत्याशी बना दिया।
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इससे नाराज डा. इन्द्रदेव ने भाजपा से वगावत करते हुए बढ़ापुर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दावेदारी ठोक दी। उन्होंने नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन शुक्रवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर नामजदगी कराई। उनके अलावा बढ़ापुर विधानसभा से ही रालोद प्रत्याशी राधा सैनी, नगीना से रालोद प्रत्याशी यादराम चंदेल, बढ़ापुर से कांग्रेस प्रत्याशी हुसैन अहमद अंसारी ने भरा।
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इसके अलावा चांदपुर से निर्दलीय प्रत्याशी जीनत शेरबाज, बढ़ापुर से निर्दलीय प्रत्याशी आबिद अंसारी व नूरपुर के रालोद प्रत्याशी योगेश कुमार उर्फ टिल्लू त्यागी आदि ने भी नामांकन पत्र दाखिल किए। सुरक्षा के मद्देनजर नुमाईश ग्राउंड चैराहा व विकास भवन के बाहर बैरिकेटिंग कर केवल उम्मीदवारों को चार समर्थकों के साथ कलक्ट्रेट में जाने दिया गया।
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