मेरठ: अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में बने रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद साक्षी महाराज ने एक बार फिर विवादित बयान दिया जिसको लेकर हंगामा मच गया। चुनाव आयोग ने भाजपा के सांसद साक्षी महाराज को जनसंख्या संबंधी उनकी कथित टिप्पणी के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आयोग का कहना है कि साक्षी की यह टिप्पणी प्रथम दृष्ट्या आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्हें बुधवार सुबह तक यह बताने के लिए कहा गया है कि आखिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए नोटिस में कहा गया कि प्रथम दृष्ट्या उन्होंने 4 जनवरी से लागू आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। साक्षी की टिप्पणियों में समाज के विभिन्न वर्गों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने का प्रभाव है।
चुनावी आदर्श आचार संहिता के उल्लंधन को लेकर साक्षी महाराज सहित दो के खिलाफ मुकदमा
मेरठ में आयोजित संत समागम में उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज एवं महंत महेन्द्र दास ने एक धर्म विशेष के लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उनके पास मौजूद कार्यक्रम की सीडी के अनुसार, साक्षी महाराज ने अपनी टिप्पणी में जनसंख्या वृद्धि के लिए चार पत्नियों और 40 बच्चों वाले समुदाय को जिम्मेदार बताया।
यह आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है। साथ ही इस राजनीतिक कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी। इस सिलसिले में भाजपा सांसद साक्षी महाराज और महंत महेन्द्र दास के खिलाफ थाना सदर बाजार पुलिस में उप-निरीक्षक राम कुमार सिंह द्वारा समागम में धर्म के प्रति आपत्तिजनक भाषण देने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धाराओं 188, 295ए, 298, 5053, 153बी और 171एस के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है ।
साक्षी महाराज ने कहा था, चार बीवी और 40 बच्चे हमारे देश को मंजूर नहीं
गौरतलब है कि साक्षी महाराज ने एक बयान में कहा था कि चार बीवी और 40 बच्चे हमारे देश को मंजूर नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि सभी राजनैतिक दल और हिंदुस्तान की जनता बढ़ती जनसंख्या को लेकर चिंतित है। भारत सरकार को इस पर कड़ा कानून बनाना चाहिए। तीन तलाक के खिलाफ केंद्र सरकार ने सही कदम उठाया है।
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