सहारनपुर। समाजवादी परिवार में चल रहा दंगल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। इस झगड़े से सपा को नुकसान होता दिख रहा है। जहां एक तरफ पार्टी के कई कार्यकर्ता परेशान हैं। वहीं, अब ‘सपा’ के नेता भी उनका साथ छोड़ने लगे हैं। सोमवार को सहारनपुर में ‘सपा’ नेता असलम सैफी बसपा पार्टी में शामिल हो गए।
पूर्व मंत्री ने बड़ी संख्या में बसपा में कुछ और लोगों को ज्वाईन कराया। पूर्व मंत्री ने इस दौरान नए बसपाइयों का फूल मालाओं से स्वागत करते हुए दावा किया कि सभी लोग सपा के मजबूत लोग हैं जो बाप-बेटे की लड़ाई से परेशान होकर बसपा में आए हैं। पूर्व मंत्री लियाकत अली ने यहां अबाला रोड स्थित एक होटल में असलम सैफी के बसपा में आने की घोषणा की। इन्होंने बताया कि बसपा पार्टी में शामिल असलम सैफी समाजवादी व्यापार सभा के प्रदेश सचिव हैं और अपने सौकड़ों साथियों के साथ इन्होंने सपा से किनारा कर लिया है। इस मौके पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए पूर्व मंत्री लियाकत अली ने मुलायम-अखिलेश के बीच चल रहे विवाद पर चुटकी लेते हुए कहा कि सपा में चल रही खींचतान का सीधा लाभ उत्तर प्रदेश में बसपा को मिलने जा रहा है।
मुलायम और अखिलेश में सुलह की आखिरी कोशिश
एक तरफ समाजवादी पार्टी में वर्चस्व की जंग चुनाव आयोग में चल रही है, दूसरी तरफ समाजवादी कुनबे में सुलह की कोशिशें बदस्तूर जारी हैं। इसी क्रम में मंगलवार को सीएम अखिलेश यादव अपने आवास से अंदर ही अंदर मुलायम सिंह यादव के आवास पहुंचे। इस कवायद को सुलह की आखिरी कोशिश माना जा रहा था।
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