लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने उप्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को हटाने की मांग की है। मौर्य ने कहा है कि उप्र विधानसभा चुनाव में पुलिस प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर धांधली और गड़बड़ी कराने की दृष्टि से सपा सरकार द्वारा वरिष्ठ ईमानदार आईपीएस अधिकारियों को दरकिनार कर वरीयता क्रम में 10वें नम्बर के आईपीएस अफसर जावीद अहमद को प्रदेश के पुलिस महानिदेशक के पद पर नियुक्त किया गया है।
अखिलेश और उनके परिजनों के करीबी हैं जावीद अहमद
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अहमद का मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनके परिजनों से करीबी सम्बन्ध है। इस संबंध के चलते ही सपा परिवार के कलह में सुलह- समझौता कराने के लिए कई बार अहमद मुख्यमंत्री आवास, मुलायम सिंह व शिवपाल यादव के आवास पर चर्चा करते रहे। मीडिया द्वारा भी उनके इस आचरण को प्रकाशित किया गया। उन्होंने डीजीपी अहमद को पद से हटाने की मांग करते हुए पत्र में कहा कि उनके पद पर रहते हुए निष्पक्ष चुनाव होना सम्भव नहीं है।
ये हो सकते हैं अगले डीजीपी
सूत्र बता रहे हैं कि विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण व बिना राजनीतिक दबाव के कराने को लेकर प्रदेश पुलिस के मुखिया को हटाने की पहल शुरू हो गई है। इस संबंध में गृह विभाग द्वारा तीन वरिष्ठ आईपीएस के नामों की सूची चुनाव आयोग को भेज दी गई है। जिसमें वर्ष 1980 बैच के डीजी सुलखान सिंह और वर्ष 1982 बैच के डीजी अभियोजन डॉक्टर सूर्य कुमार शुक्ला का नाम शामिल है। छवि और वरिष्ठता के आधार पर चुनाव आयोग वर्ष 1980 बैच के साफ-सुथरी छवि के डीजी सुलखान सिंह को प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक बना सकती है। इस संबेध में प्रदेश के गृह विभाग द्वारा वरिष्ठता के आधार पर नाम भी भेज दिया गया है।
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