बिजनौर। उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद के नगीना में जहां महिला चिकित्सालय 20 वर्ष से बंद पड़ा है। वहीं अब सीएचसी नगीना भी अब बंद होने की कगार पर है। मात्र एक डाक्टर सीएचसी में तैनात है। दूसरा डाक्टर हफ्ते में मात्र तीन दिन अपने दर्शन कराता है। बाकी सारा बोझ एक ही डाक्टर के कंधे पर है।
सारा बोझ एक ही डाक्टर के कंधे पर
पिछले 20 वर्षों से जहां नगर का एक मात्र सरकारी महिला चिकित्सालय बंद पड़ा है और आज कल इस चिकित्सालय में सुअर विचरण करते हैं। वहीं अब अधिकारियों की लापरवाही के कारण सीएचसी नगीना का भी बुरा हाल है।
महिला चिकित्सालय 20 वर्ष से बंद, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भी बंद होने की कगार पर
सीएचसी में इस समय डाक्टर नवीन सीएचसी प्रभारी है तथा दूसरे डाक्टर की नियुक्ति फैज हैदर के रूप में है। किंतु फैज हैदर हफ्ते में मात्र दो दिन अपने दर्शन देता है। बाकी पूरे हफ्ते कहां रहता है किसी को पता नहीं। नगीना तहसील का क्षेत्र है यहां रोजाना की संख्या में हजारों मरीज सीएचसी में आता है किंतु अकेला डाक्टर मरीज देखे डाक्टरी मुआयने करें या सीएचसी को पेशाब घर बनाने वालों को भगायें।
ग्रामीण जनता बेहद परेशान, कुछ तो करिये सीएम साहब
अकेला डाक्टर क्या क्या करे। स्थानीय जनता का कहना है कि जिले के स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों तथा स्थानीय खादीधारी दलालों के कारण नगीना सीएचसी का बुरा हाल है। सीएमओ बिजनौर की लापरवाही तथा पूर्व सीएचसी प्रभारी जो कि अब वर्तमान में एसीएमओ बनाये गये जिसके चार्ज में नगीना भी दे रखा है। इस सीएचसी को तवाह करने का एसीएमओ डाक्टर रोहताश ने बीड़ा उठा लिया है। नगर तथा ग्रामीण जनता बेहद परेशान है।
Facebook
Twitter
Google+
RSS