टोक्यो। जापान के एक अमीर व्यक्ति को सिर्फ गर्मी के मिजाज के चलते करीब दस हजार करोड़ रुपए का नुकसान हो गया। कपड़ों के कारोबारी को यह झटका शेयर बाजार में लगा है।
मौसम को जिम्मेदार ठहराया
जापान के सबसे अमीर शख्स टडाशी यनाय को सिर्फ एक दिन में 1.4 अरब डॉलर (9546 करोड़ रुपये) का नुकसान हो गया। ऐसा तब हुआ जब उनकी कंपनी के शेयर तकरीबन सात प्रतिशत तक गिर गए। खास बात यह है कि इस गिरावट के पीछे कंपनी ने मौसम को जिम्मेदार ठहराया है।
कपड़ों की है कंपनी
दरअसल, टडाशी की कंपनी फास्ट रिटेलिंग की एक सहायक कंपनी यूनिक्लो है। कपड़ों के मामले में यूनिक्लो जापान की प्रमुख कंपनी है। यह कपड़ों की मैन्युफैक्चरिंग के साथ-साथ उनकी रिटेलिंग भी करती है। शुक्रवार को इस कंपनी के शेयर की कीमतों में 6.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी ने कहा कि दिसंबर में उसकी ब्रिकी में काफी गिरावट आई है और ऐसा हुआ है मौसम की वजह से। यूनिक्लो ने कहा कि इस महीने में असामान्य तौर पर गर्मी की वजह से उसके विंटर क्लोदिंग (सर्दी के कपड़े) की सेल में गिरावट आई है। यह गिरावट पांच प्रतिशत तक है।
अमीरों की लिस्ट में नीचे खिसके
टडाशी की कुल संपत्ति फिलहाल 17.7 अरब डॉलर है। शुक्रवार को हुए नुकसान से पहले वह दुनियाभर के अमीरों की लिस्ट में 38वें नंबर पर थे लेकिन इस नुकसान के बाद वह छह पायदान नीचे खिसक गए और 44वें नंबर पर पहुंच गए। ब्लूमबर्ग बिलियनेयरर्स इंडेक्स के मुताबिक, टडाशी की संपत्ति में आई यह गिरावट दुनियाभर के 500 सबसे अमीर लोगों की संपत्ति में सबसे बड़ी गिरावट है।
जापान आर्थिक झटकों के मद्देनजर ज्यादा संवेदनशील
दुनिया की इकॉनमी में भले ही चीन की तूती बोलती है लेकिन इस देश पर आकस्मिक आर्थिक झटके का खतरा मंडरा रहा है। बैंक ऑफ इंग्लैंड (बीओई) की एक रिसर्च रिपोर्ट का कहना है कि 2008 की वैश्विक आर्थिक मंदी के बाद एशियाई अर्थव्यवस्थाएं आकस्मिक आर्थिक झटकों के मद्देनजर ज्यादा संवेदनशील बन गईं हैं और इनमें चीन, हॉन्गकॉन्ग और जापान प्रमुख हैं। साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट के मुताबिक, रिपोर्ट का कहना है कि पूरी दुनिया में इन देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर सबसे ज्यादा रिस्क है। इस रिसर्च पेपर में जैक फिशर और लुकास रचेल ने लिखा, ‘आर्थिक मंदी के बाद रिकवरी की रफ्तार काफी सुस्त रही है और इसका असर दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं, खासकर एशियाई अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ा है। पिछले कुछ सालों के दौरान आकस्मिक आर्थिक झटकों के मद्देनजर ये अर्थव्यवस्थाएं काफी संवेदनशील बन गईं हैं।’
इस अमीर शख्स के एक दिन में डूबे 9546 करोड़

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