नई दिल्ली। नोट बंदी के दौरान से लेकर अभी तक आयकर विभाग ने हजारों छापे मारे हैं और कई सौ करोड़ रुपए का कालाधन बरामद किया है। इसके अलावा कई हजार करोड़ रुपए की अधेषित आय का भी पता लगाया है।
1138 छापे मारे गए
सूत्र ने बताया कि नोटबंदी की घोषणा के बाद आयकर विभाग ने 1,138 छापे मारे, सर्वेक्षण किए और जांच-पड़ताल की। इस दौरान आयकर विभाग ने 5,184 कंपनियों को नोटिस जारी किए। उन्होंने बताया कि पांच जनवरी तक आयकर विभाग ने 4,807 करोड़ रुपये की आघोषित संपत्ति चिह्नित की है। अधिकारी के अनुसार, इस दौरान 609.39 करोड़ रुपये की नकदी और जेवरात जब्त किए गए, जबकि 112 करोड़ रुपये के नए नोट भी जब्त किए गए। आयकर विभाग ने 16 दिसंबर को कहा था कि उसने 2,600 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया है और 300 मामलों में कुल 393 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।
सीबीडीटी अध्यक्ष का बयान
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने यहां बताया कि हमने 291 मामलों में छापेमारी की और अघोषित संपत्ति जब्त की, जबकि 295 मामलों में सर्वेक्षण कराया। उन्होंने कहा कि हमने इस छापेमारी के दौरान 316 करोड़ रुपये नकदी के रूप में बरामद किए, जिसमें 80 करोड़ रुपये राशि के नए नोट शामिल हैं। इसके अलावा 76 करोड़ रुपये के जेवरात भी जब्त किए गए हैं। इस तरह जब्त की गई अघोषित संपत्तियों की कुल कीमत 393 करोड़ रुपये है। उन्होंने आगे बताया कि नोटबंदी की घोषणा के बाद बैंक में जमा की गई धनराशि के आधार पर 3,000 नोटिस जारी किए गए हैं।
जमा की गई राशि अपने आप वैध नहीं हो जाएगी
उधर, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा की गई राशि अपने आप से वैध नहीं हो जाएगी और इसके मालिकों की पहचान कराधान प्रायोजन के लिए की जाएगी। जेटली ने इस बात को दोहराया कि नोटबंदी के बाद सामने आने वाले नोट में ऐसे कई हैं जो अपनी आज तक की ‘गुमनामी’ से बाहर आ गए हैं। जेटली ने अपने फेसबुक पेज पर ‘नोटबंदी-एक नजर बीते 2 महीनों पर’ शीर्षक वाली पोस्ट में लिखा है, “तथ्य यह है कि बड़ी मात्रा में उच्च मूल्य वाले नोटों का बैंकों में जमा किए जाने का अर्थ यह नहीं है कि यह सभी वैध हैं।” उन्होंने कहा कि कालेधन का रंग इसलिए नहीं बदल जाएगा क्योंकि यह बैंक में जमा हो गया है। इसके विपरीत अब यह अपनी ‘गुमनामी’ को खो देगा और अब इसकी पहचान इनके मालिक से होगी।
नोटबंदी के बाद करीब पांच हजार करोड़ रुपये का काला धन चिह्नित

Facebook
Twitter
Google+
RSS