नई दिल्ली। यूपी विधानसभा चुनाव 2017 के मद्देनजर सारी पार्टियां जोर-शोर से तैयारियों में जुट गईं हैं। सभी पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित करने में लगी हैं। इसी बीच कुछ दिनों से बीजेपी में दूसरी पार्टियों के नेताओं का शामिल होना जारी है। जिससे पार्टी में बगावती सुर उठने लगे हैं। बाहरी नेताओं के आने से बीजेपी के कार्यकर्ताओं और उनके नेताओं के मन में असुरक्षा के भाव आ रहें हैं और उन्होंने अपना विरोध जाताना शुरू कर दिया है। लखनऊ के एक कार्यकर्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खून से पत्र लिखा है और कई अहम सवाल उठाए है।
यूपी विधानसभा चुनाव 2017 को लेकर सामने आई बीजेपी कार्यकर्ताओं की चिंता
ख़बरों की माने तो मकरसंक्रांति के बाद बीजेपी अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने वाली है। ऐसे में कार्यकर्ता और नेताओं को लग रहा है कि कहीं उनका पत्ता साफ न हो जाये। इतना ही नहीं बताया जा रहा है कि प्रदेश भर से कार्यकर्ता बाहरी नेताओं की पार्टी में एंट्री को लेकर दिल्ली भाजपा कार्यालय में ऐसे ही पत्र भेज रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ता अनूप कुमार वाजपेयी ने अपने पत्र में लिखा है कि वह बाल्यकाल से ही बीजेपी और उसकी विचारधारा से जुड़ा हुआ है।
अनूप का कहना है कि पार्टी की संख्या जब दो रही हो या दो सौ पार्टी के सभी कार्यकर्ता जी जान से साथ रहे। 2014 में जिन कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत लोकसभा चुनावों में सफलता मिली क्या उन्हीं कार्यकर्ताओं से वह विश्वास 2017 आते-आते ख़त्म हो गया। उन्होंने सवालों के जरिये पीएम को बताने की कोशिश की है कि पुराने कार्यकर्ताओं की इसी तरह अनदेखी से आने वाले समय में भाजपा भी ‘कार्यकर्ता लेस’ पार्टी हो जाएगी।
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