खगड़पुर। आईआईटी खड़गपुर में आकर गूगल के प्रमुख सुंदर पिचाई भावुक हो गए। छात्रों से बातचीत करते हुए इन्होंने अपने छात्र जीवन के राज खोले और छात्रों को सफलता के टिप्स दिए।
अपनी गर्लफ्रेंड अंजलि के बारे में
अंजलि मेरी पत्नी है और वह मेरी सहपाठी भी थी। आज जो एस.एन. हाल है वह उस समय वह अकेला गल्र्स हॉस्टल था। मैं समझता हूं कि कुछ और बन गए होंगे। यह बहुत आसान नहीं था। यदि आपको गल्र्स हॉस्टल में किसी से मिलना है तो आपको सामने से जाकर किसी से बुलाने के लिए कहना होता था और वह जाता था और तेज आवाज में कहता अंजलि सुंदर आपसे मिलने आया है। इस वजह से यह एक बहुत खुशनुमा अनुभव नहीं होता था।
कक्षाएं छोड़ने के बारे में
बेशक अक्सर मैं सुबह की कक्षाएं छोड़ता था। मैं समझता हूं कि कॉलेज के दौरान यह मेरी दिनचर्या में था। मैं कहना चाहूंगा कि मैंने कठिन परिश्रम किया, लेकिन हमने अपने हिस्से का पूरा मजा भी लिया।
गूगल को पसंद आया मोदी सरकार का नोटबंदी का फैसला
देश में हुई नोट बंदी से गुगल के सीईओ सुंदर पिचाई गदगद हैं। इनका मानना है कि इससे भारत में ऑनलाइन पेमेंट की दुनिया बदल जाएगी। इन्होंने कहा कि गुगल इस अभियान हिस्सा बनेगी।
डिजिटल पेमेंट से जुड़ने की इच्छा
गूगल के सीईओ ने कहा कि उनकी कंपनी ज्यादा ‘डिजिटाइज्ड’ इंडियन इकॉनमी के लिए प्रॉडक्ट्स तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि हमारी नजर यूपीआई पर है। हम यह भी देख रहे हैं कि ऐंड्रॉयड सहित हमारे प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज कैसे डिजिटाइजेशन को बेहतर ढंग से सपोर्ट कर सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में डॉनल्ड ट्रंप की जीत के चलते संरक्षणवाद से जुड़ी चिंताओं को 44 वर्षीय पिचाई ने खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कहा कि मुझे हमेशा यही लगा है कि अमेरिका एक खुला और सबको अपने साथ जोड़ने वाला समाज है। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई बदलाव आएगा।
कई छोटी कंपनियां बनेंगी बड़ी
उन्होंने कहा कि अमेरिका में कंपनियां कारोबारी होड़ का बहुत ख्याल रखती हैं। यही वजह है कि वे दुनिया में बेहतरीन हैं। पिचाई हालांकि इंडियन स्टार्टअप्स के प्रति नरम नहीं दिखे, जो विदेशी होड़ को देखते हुए देसी कंपनियों को सरकारी नीतियों में वरीयता देने की मांग कर रही हैं। पिचाई ने कहा कि मेरी राय है कि अगले 5-10 वर्षों में भारत में ऐसी ज्यादा कंपनियां होंगी, जो ग्लोबल लेवल पर होड़ करेंगी।
दुनिया से लेनी होगी होड़
उन्होंने कहा कि ऐसा करने के लिए आपको ग्लोबल सिस्टम में शामिल होना पड़ेगा, जहां आप ग्लोबल मार्केटप्लेस में खुद को तौल सकेंगे। इससे न केवल भारत में, बल्कि इसके बाहर भी कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी। पिचाई ने कहा कि गूगल के प्रॉडक्ट्स के लिए भारत अहम बना रहेगा। मसलन, यूट्यूब और मैप्स के ऑफलाइन वर्जन को ग्लोबल लेवल पर लॉन्च करने से पहले इंडिया में टेस्ट किया गया था। गूगल अब यूट्यूब गो पर काम कर रही है, जिसे पहले इंडिया में लॉन्च किया जाएगा। पिचाई ने कहा कि भारत जैसे देशों के लिए मेरा एक लक्ष्य हाई क्वॉलिटी प्रॉडक्ट तैयार का है, जो यहां की सभी भाषाओं में हो।
गूगल प्रमुख ने आईआईटी खड़गपुर में खोले छात्र जीवन के राज

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