नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव रहे राजेंद्र कुमार ने वॉलंटरी रिटायरमेंट की मांग की है। इतना ही नहीं राजेंद्र ने 12 पेज़ का लेटर भी लिखा है। इस लेटर में उन्होंने कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं। उन्होंने कहा है की सीबीआई ने उनपर केजरीवला का नाम लेने के लिए दवाब डाला था। साथ ही उन्होंने सीबीआई पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना देने का भी आरोप लगाया है।
राजेंद्र कुमार ने सीबीआई पर लगाए संगीन आरोप
कुमार का कहना है कि केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के झगड़े में उन्हें मोहरा बनाया गया। सीबीआई के जरिए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और झूठे केसों में फंसाया जा रहा है। उनका कहना है कि सीबीआई ने उन्हें और मुख्यमंत्री को फंसाने के लिए लोगों पर दबाव डाला और बहुत से लोगों की पिटाई भी की। उन्होंने वॉलंटरी रिटायरमेंट की मांग की है।
सीबीआई पर उन्होंने आरोप लगाया कि उनसे जबरन मेल का एक्सेस हासिल किया गया और धमकी भी दी गई। सीबीआई ने झूठा केस दर्ज किया और पूछताछ के दौरान बार-बार कहा कि उन्हें छोड़ दिया जाएगा, अगर वह दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ बयान दे दें। राजेंद्र कुमार ने लेटर में लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट के कई आदेशों का उल्लंघन किया गया और उनका सस्पेंशन गैरकानूनी तरीके से 2 अक्टूबर को फिर से 180 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया। उन्होंने लेटर में लिखा है कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जाता रहा, लेकिन वह अपने मूल्यों से नहीं हटे।
ये है पूरा मामला
सीबीआई ने केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार और अन्य के खिलाफ पिछले साल दिसंबर में एक मामला दर्ज किया था। आरोप है कि अधिकारी ने पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली सरकार के विभागों के टेंडर दिलवाने में एंडेवर कंपनी की मदद करने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया है।
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