लखनऊ। सियासी दौर के बीच प्रदेश की सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी का झगड़ा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। पारिवारिक विवाद या सियासी चाल के संदेह के बीच अब कुछ ऐसा होना शुरू हो गया जिसकी कल्पना कभी नहीं की गयी थी। पिता-पुत्र की लड़ाई अब सड़क पर आ पहुंची है। दोनों अब ‘साइकिल’ हथियाने की जंग लड़ रहे हैं। आज अखिलेश यादव खेमे की तरफ से रामगोपाल यादव चुनाव आयोग जाएंगे और चुनाव सिन्ह साइकिल पर अपना दावा ठोकेंगे। कहा ये भी जा रहा है कि अब चुनाव आयोग ‘साइकिल चिन्ह’ को जब्त कर लेता है तो अखिलेश जगह मोटरसाइकिल पर भी सवार हो सकते हैं। बता दें इससे पहले मुलायम सिंह साइकिल के चुनाव चिन्ह पर अपना दावा ठोकने चुनाव आयोग ग्ए थे।
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चुनाव सिन्ह साइकिल को छोड़ अखिलेश कर सकते हैं मोटरसाइकिल की सवारी
खबर है कि टीम अखिलेश को पता है कि चुनाव आयोग साइकिल चुनाव चिह्न को जब्त कर सकता है। ऐसे में अखिलेश गुट मोटरसाइकिल को अपना चुनाव चिन्ह रखने का पूरा मन बना चुका है। मुलायम सिंह चुनाव आयोग में साइकिल पर अपना दावा जता चुके हैं।
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पूर्व निर्वाचन आयुक्त एस.वाई.कुरैशी ने क्या कहा
पूर्व निर्वाचन आयुक्त एस.वाई.कुरैशी ने कहा था कि ऐसा भी हो सकता है कि दोनों में से किसी भी गुट को साइकिल चुनाव चिन्ह न मिले। कुरैशी ने कहा कि अपने पास बहुमत को दर्शाने के लिए दोनों पक्ष अपने दावे के पक्ष में हलफनामा और अपने समर्थकों के हस्ताक्षर पेश करेंगे। उन्होंने कहा था कि इनका सत्यापन होगा और इसमें चार से पांच महीने का वक्त लग सकता है।
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