गोड्डा। झारखंड के गोड्डा जिले में कोयले की खदान धंसने से वहां काम कर रहे करीब 40 मज़दूर 300 मीटर की गहराई में फंस गए हैं। यह हादसा इसीएल की राजमहल परियोजना के ललमटिया स्थित भोड़ाय साइट पर गुरुवार की शाम को हुआ है।
कोयले की खदान धंसने से फंसे 40 लोग
यही नहीं, काम पर लगाए गए करीब 35 डंपर, चार पे-लोडर भी इस खदान में धंस गए हैं। एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है। क्षेत्र के विधायक ताला मंरांडी ने देर रात घटना स्थल पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया है। वही, डीसी अरविंद कुमार और एसपी हरिलाल चौहान घटनास्थल पर मौजूद हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
इस घटना में एक माइनिंग सरदार हेमनारायण यादव को काफी चोटें आई हैं। उन्हे ऊर्जानगर स्थित ईसीएल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हालांकि घटना की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हई है। मिट्टी में दबने वाले अधिकतर लोग उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बताए जा रहे हैं। ये सभी महालक्ष्मी आउटसोर्सिंग कंपनी के कर्मचारी हैं।
गोड्डा के एसपी हरि लाल चौहान का कहना है कि अतिरिक्त पुलिस बल और अधिकारियों को वहां भेजा गया है।
इससे पहले भी 26 सितंबर 2001 को इसी परियोजना में मिट्टी धंसने से 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना के बाद कई अधिकारियों को निलंबित करने के साथ मामला भी दर्ज हुआ था। इसके बावजूद परियोजनाओ के अधिकारियों ने सबक नहीं लिया।
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