रायपुर। कांग्रेस से गुंडरदेही से विधायक आर के राय ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपरिपक्व नेता बताया, जिसके बाद उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। नवीन विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत में राय ने कहा था कि राहुल अभी तक मैच्योर नहीं हुए हैं। राहुल का राजनीतिक ज्ञान सीमित है। ऐसा नहीं होता तो 440 की कांग्रेस 40 सीटों पर नहीं सिमट जाती।
आरके राय ने कहा कि राहुल के आलू की फैक्ट्री वाले बयान के बाद भी उनकी बुद्धि को लेकर कुछ कहने को रह जाता है क्या? राय का इशारा पिछले दिनों वायरल हुए उस वीडियो की तरफ था जिसमें राहुल गांधी किसानों से आलू की फैक्ट्री के संबंध में बात करते दिख रहे हैं।
पार्टी से निलंबित किए जाने के बाद भी आर के राय के बगावती तेवर नहीं थमे। राहुल गांधी के खिलाफ जमकर भड़ास निकालते हुए उन्होंने कहा कि भले कांग्रेस मुझे निकाल दे, लेकिन मैं गधे को गधा ही कहूंगा, घोड़ा नहीं। कांग्रेस विधायक ने दावा किया कि गुंडरदेही विधानसभा से उन्होंने खुद के दम पर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की मदद से चुनाव जीता है। कांग्रेस का कोई नेता उनके प्रचार तक में नहीं गया था। दरअसल, गुंडरदेही से विधायक आर के राय अजित जोगी के घोर समर्थक हैं और उनके इसी बगावती तेवर की वजह से उन्हें पार्टी से निकालने की सिफारिश गई थी।
आर के राय ने दावा किया कि कांग्रेस के 17 विधायक अक्सर रात को छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के प्रमुख अजीत जोगी से फोन पर बात करते हैं। इसमें से दो वरिष्ठ विधायक भी शामिल हैं। उनका कहना था कि इस बातचीत की पूरी रिकॉर्डिंग जोगी के पास है। समय आने पर उन्हें सार्वजनिक किया जाएगा। राय ने दावा किया कि भानुप्रतापपुर के विधायक मनोज मंडावी ने उनको फोन पर कहा है कि उन्हें कांग्रेस में घुटन महसूस हो रही है। हालांकि, मनोज मंडावी ने ऐसी किसी बातचीत से इनकार किया है।
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