प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन के दूसरे दिन नाम लिए बगैर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर हमला बोला. प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स देशों के राष्ट्राध्यक्षों से बात करते हुए कहा, ‘हमारी समृद्धि के लिए आतंकवाद सबसे गंभीर खतरा है. विडंबना यह है कि भारत के पड़ोस में आतंकवाद की जन्मभूमि है.’
आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों ब्रिक्स देश
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘ब्रिक्स देशों को चाहिए कि ये आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों. आतंकी मानसिकता सरेआम दावा करती है कि राजनीतिक फायदों के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल जायज है. हम इस मानसिकता की कड़ी निंदा करते हैं. आज बढ़ता आतंकवाद मिडिल ईस्ट, वेस्ट एशिया यूरोप और साउथ एशिया के लिए बड़ा खतरा है.’
प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया भर के टेरर माड्यूल्स इस देश से संचालित होते हैं. यह देश न सिर्फ आतंकियों को पनाह देता है बल्कि आतंकी मानसिकता भी पालता है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को सजा मिले, इनाम नहीं.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति और भूटान के प्रधानमंत्री से मुलाकात की. पीएम मोदी पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना और उसके बाद भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे से मिले. इन नेताओं के बीच कई अहम मुद्दों पर बात होने की खबर है.
प्रचंड और शेख हसीना भी गोवा पहुंचे
श्रीलंका और भूटान ब्रिक्स के सदस्य नहीं है. इन देशों के राष्ट्राध्यक्ष ब्रिक्स-बिमटेक आउटरीच सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए गोवा आए हैं. तोबगे और सिरीसेना के अलावा नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहाल प्रचंड और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भी गोवा पहुंच चुकी हैं.
ये हैं बिम्सटेक के सदस्य देश
इस वर्ष ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) सम्मेलन के मेजबान के रूप में भारत प्रचलन के अनुसार पड़ोसी देशों को आउटरीच सम्मेलन में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर सकता है. बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टरल टेक्निकल एवं इकोनॉमिक कोऑपरेशन (बिम्सटेक) के देश हैं भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, म्यांमार, थाईलैंड ओर श्रीलंका.
More opportunities to strengthen a deep bond with Bhutan. PM @narendramodi meets PM @tsheringtobgay before start of #BRICS events pic.twitter.com/85Z4C4EU5h
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) October 16, 2016
पाकिस्तान को अलग-थलग की कूटनीति
भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को उरी हमले के लिए जिम्मेदार ठहराया है और पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अलग-थलग करने का कूटनीतिक हमला शुरू किया है. सार्क के देशों की जगह बिम्सटेक के देशों को आमंत्रित करने को उसी दिशा में एक और कदम के रूप में देखा जा रहा है. पाकिस्तान, अफगानिस्तान और मालदीव दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संघ (सार्क) के सदस्य हैं बिम्सटेक के नहीं हैं.
रात को राजकीय भोज देंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स और बिम्सटेक समूहों के शासनाध्यक्षों और राष्ट्राध्यक्षों के लिए रविवार की रात लीला गोवा में राजकीय भोज भी देंगे. लीला होटल के प्रवक्ता ने बताया कि राजकीय रात्रिभोज में विशिष्ट भारतीय व्यंजन परोसे जाएंगे. करीब 75 एकड़ में फैला रिजॉर्ट लीला गोवा मोबोर बीच पर स्थित है. लीला गोवा के महाप्रबंधक श्रीधर नायर ने कहा कि रात्रिभोज में 250 से ज्यादा गणमान्य लोग भाग लेंगे. इस दौरान भारत के मशहूर कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश करेंगे.
इससे पहले शनिवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता भी हुई. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने विकास स्वरूप ने बताया कि भारत और चीन दोनों ने आतंकवाद को एक महत्वपूर्ण मुद्दा माना है. पीएम मोदी ने कहा कि आज कोई भी देश आतंकवाद के खतरे से बचा नहीं है. वहीं चीनी राष्ट्रपति राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और चीन को आतंकवाद रोधी कदमों को और मजबूत करना होगा. चीन के साथ एनएसजी के मुद्दे पर भी बातचीत हुई. आतंकी मसूद अजहर के मसले पर विकास स्वरूप ने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी.
Leaders of the BRICS nations pose for a group photograph in Goa #BRICS2016 pic.twitter.com/oWOnJkN1NM
— ANI (@ANI) October 16, 2016
With the BRICS family. @BRICS2016 pic.twitter.com/Eb6Q9ktCEY
— Narendra Modi (@narendramodi) October 15, 2016
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