नोएडा: यूपी एंटी टेरेरिस्ट स्कवॉयड, एटीएस, ने अब तक कुल 10 नक्सलियों को गिरफ्तार कर लिया है। एटीएस ने शनिवार रात तक नौ नक्सलियों को दबोचने के बाद 1 और संदिग्ध को चंदौली जिले से धर दबोचा है। आईजी एटीएस असीम अरुण ने रविवार को पत्रकार वार्ता में पूरे मामले का पर्दाफाश किया।
उन्होंने बताया कि एटीएस ने नोएडा के साथ चंदौली से भी एक नक्सली को पकड़ा है। आम जनता से पहली सूचना नोएडा एसएसपी को मिली थी कि कोई संदिग्ध हिंडन विहार में रह रहा है। इसके बाद पूरा जाल बिछाकर इन्हें पकड़ा गया। इस मौके पर आइजी एटीएस ने एलान किया कि सूचना देने वाले लोगों के साथ पूरी पुलिस टीम को इनाम दिया जाएगा।
पत्रकार वार्ता में आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि इन्होंने मिलकर एक दुकान के अलावा दो फ्लैट भी किराये पर ले रखा था। नक्सलियों ने चंदौली से ठिकाना बदलकर अपना बेस कैंप नोएडा को बना लिया था। ये नोएडा में रहने के दौरान पुलिस को गुमराह करने के लिए प्रॉपर्टी डीलिंग का काम कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि नक्सलियों के पास से इंसास रायफल बरामद हुआ है। इसके अलावा, 2 देशी रायफल बरामद भी बरामद हुई है। चंदौली के सैय्यद राजा से पूर्व कमांडर सुनील रविदास को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, कैमूर के वांटेड रामपति के घर से असलहों के साथ कारतूस की बरामदगी भी हुई हैै।
नोएडा में पकड़े गए नक्सली में मुख्य रंजीत पासवान है। वह पिपुुल्स वार ग्रुप का एरिया कमांडर था। 2003 में माओवादी संगठन में गया। 2004 में गिरफ्तार भी हुआ। इसके बाद 2012 में बाहर आया और फिर नक्सली गतिविधि को अंजाम देने की फिराक में जुट गया।
पूछताछ में यह भी पता चला है कि ये सभी पैसे का इंतजाम करने के लिए पश्चिम उत्तर प्रदेश में आए थे। यहां पर रहने के दौरान इनकी बैंक और एटीएम में लूट और अगवा कर फिरौती लेने की योजना थी। पुलिस जांच में सदरपुर से आज सुबह डेटोनेटर और विस्फोटक बरामद हुआ है।
यहां पर याद दिला दें कि ATS ने शनिवार रात सेक्टर 49 स्थित हिंडन विहार के एक फ्लैट में छिपे 10 नक्सलियों को गिरफ्तार कर दिल्ली-एनसीआर में सिलसिलेवार आपराधिक घटनाओं की साजिश को नाकाम कर दिया था। नक्सलियों से बड़ी संख्या में हथियार भी बरामद हुए थे।
नोएडा मेें छिपे थे नक्सली
आईजी एटीएस असीम अरुण ने बताया कि पिछले कुछ समय से नोएडा में नक्सलियों के छिपे होने की सूचना थी। करीब एक माह से टीम इन पर नजर रख रही थी। ये लोग अपना नाम बदल कर सुरक्षा एजेंसियों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे थे।
निहायत ही गरीब परिवार का है नोएडा में गिरफ्तार नक्सली पवन झा
नोएडा सेक्टर 47 हिंडन विहार में गिरफ्तार नौ नक्सलियों में एक पवन झा उर्फ भाईजी का संबंध मधुबनी के झंझारपुर अनुमंडल अंतर्गत अंधराठाढ़ी प्रखंड के रुद्रपुर थाना क्षेत्र में आने वाले रुद्रपुर गांव से है।
रुद्रपुर के दिनेश झा और गृहिणी शोभिता देवी का करीब 23 वर्षीय यह पुत्र बीते दो साल से नोएडा में रह रहा था। माता-पिता के मुताबिक वहां वह ट्यूशन पढ़ाने का काम करता था। उससे पहले तीन साल अपने मामा के पास सिलीगुड़ी में रहता था। गांव में ही उसकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा हुई । इंटर पास करने के बाद वह मामा के पास सिलीगुड़ी गया था।
पवन की ननिहाल भी रुद्रपुर में ही है। दो भाइयों व तीन बहनों में पवन सबसे बड़ा है। इसके छोटे-छोटे भाई-बहन गांव में ही माता-पिता के साथ रह सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं। पवन के पिता दिनेश झा भैंस पालन से परिवार का गुजर-बसर करते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति अत्यंत ही दयनीय है। एक कमरे में परिवार फाकाकशी के हाल में गुजारा कर रहा है।
हालांकि पवन के नक्सली होने की बात को इसके माता-पिता सिरे से खारिज करते हैं। वे कहते हैं कि उसे फंसाया गया है। पवन की गिरफ्तारी की सूचना उन्हें गांव वालों को मीडिया से मिली सूचना के बाद मिली तो वे भौंचक्के रह गए। उनका और गांव में आसपास के लोगों का कहना है कि पवन निहायत ही शांत प्रवृति का लड़का है। उसकी किसी से अदावत भी नहीं रही है।
पवन के घर पर पूछताछ के लिए रुद्रपुर थाना अध्यक्ष प्रदीप गौड़ पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि पवन का पहले का कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है। वैसे पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर अपनी नजर गड़ाए हुए है। गौर करने वाली बात यह है कि पवन का घर रुद्रपुर, नेपाल सीमा से करीब 40 किमी की दूरी पर ही है और नेपाली माओवादियों से उसके संपर्क होने की आशंका को भी नकारा नहीं जा सकता है।
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