नई दिल्ली। अपने घर में मेहमान किवीज (न्यूजीलैंड) के खिलाफ टीम इंडिया क्रिकेट इतिहास के कुछ अहम मुकाबले खेल रही है। न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला गया पहला ही टेस्ट, भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का 500वां मैच था। वहीं अब धर्मशाला में होने वाला पहला वनडे भारत का 900वां एकदिवसीय मैच होगा। इस ऐतिहासिक मुकाबले को जीतने के लिए धोनी के धुरंधर तैयार हैं। हालांकि टेस्ट फॉर्मेट के माइंडसेट से आकर अब वनडे में जीत के लिए खेलना भारत के लिए आसान नहीं होगा।
खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बने धर्मशाला के इस स्टेडियम में खेला जाना है भारत का ऐतिहासिक 900वां वनडे मैच। खास बात ये है कि दुनिया की किसी भी टीम ने इतने वनडे खेलने का आंकड़ा नहीं छुआ है। भारत के अलावा सिर्फ ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान की टीम ने ही 800 से ज्यादा वनडे खेले हैं लेकिन भारतीय टीम इसमें सबसे आगे है। अभी तक खेले गए 899 वनडे में भारत ने 454 में जीत हासिल की है जबकि 399 वनडे में हार मिली है और 7 मैच टाई रहे हैं।
इन मैचों में से महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने 20 फीसदी से ज्यादा, 194 वनडे खेले हैं। इसमें 107 में जीत हासिल की है और 72 मैच हारे हैं। जबकि चार टाई और 11 मैच रद्द हुए हैं।
वनडे मैचों में धोनी भले ही जीत का शतक लगा चुके हों लेकिन पिछले साल वर्ल्ड कप के बाद टीम की जीत का उनका रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है। टीम इंडिया ने जिम्बाब्वे के अलावा कोई भी सीरीज नहीं जीती है। जबकि बांग्लादेश (1-2), दक्षिण अफ्रीका(2-3) और ऑस्ट्रेलिया (1-4) के हाथों भारत को सीरीज गंवानी पड़ी हैं।
अब जब मुकाबला न्यूजीलैंड से है तो अपको बता दें कि उसके खिलाफ 2014 में खेली सीरीज में भारत को 0-4 से करारी शिकस्त मिली थी। हालांकि न्यूजीलैंड की टीम भारत में आज तक कोई सीरीज नहीं जीत सकी है और यहां खेली गई पिछली सीरीज में वाइटवॉश का शिकार हुई थी। अगर धर्मशाला के रिकॉर्ड को देखें तो भारत ने यहां खेले गए 2 वनडे में इंग्लैड के खिलाफ हार झेली, जबकि वेस्टइंडीज को हराया है।
बहरहाल, क्रिकेट में आंकड़े एक तरफ होते हैं और खिलाड़ियों का प्रदर्शन दूसरी तरफ। साथ ही टीम इंडिया के ज्यादातर खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में हैं। ऐसे में धोनी इस 900वें और पहले मैच में मुश्किल तुनौती के बाद भी जीत के पक्के इरादे से उतरेंगे।
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