लखनऊ की ऐतिहासिक रामलीला के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान का बिना नाम लेते हुए चेताया कि किसी भी कीमत पर आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि आतंकवाद का समूल नाश जरूरी है. इसके लिए पूरे विश्व को एक होना होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अगर आप सोचते हैं कि आतंकवाद खत्म हो गया है तो आप गलत हैं. आतंकवाद एक वायरस के रूप में फ़ैल रहा है. कुछ देश आतंकवाद को पनाह दे रहे हैं. हमें उनके खिलाफ एकजुट होना है.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले दो दिनों से हम सीरिया के एक मासूम बेटी की फोटो देख रहे हैं. जिसे देखकर बहुत दुख होता है. पूरे विश्व को आतंकवाद से लड़ना होगा. आतंकवाद का खात्मा किये बिना मानवता की रक्षा नहीं की जा सकती.”
देश को को संबोधित करते हुए लोगों से कहा कि आज सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि वे अपने अंदर की 10 बुराइयों का अंत करें.
उन्होंने कहा, ‘रावण को तो हम हर वर्ष जलाते हैं. लेकिन इस बार रावण को जलाते वक्त हमें अपने अंदर की 10 बुराइयों को ख़त्म करने का संकल्प लेना चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन आतंकवाद है. इतिहास गवाह है, सबसे पहले आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अगर किसी ने लड़ी तो वह जटायु था. उसने एक महिला (सीता) के लिए यह लड़ाई लड़ी. आग हम जटायु की तरह चौकन्ने रहें तो आतंकवाद को रोका जा सकता है.”
इससे पहले पीएम ने विजयादशमी के शुभ अवसर पर देश और प्रदेशवासियों को बधाई दी. उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत और समापन जय श्रीराम के नारे के साथ किया.
70 साल में यह पहली बार है जब कोई प्रधानमंत्री पहली बार लखनऊ में दशहरा मनाने पहुंचे हैं. एयरपोर्ट पर गवर्नर राम नाईक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी महामंत्री विजय बहादुर पाठक, ब्रजेश पाठक, डीजीपी जावीद अहमद, डीएम और एसएसपी ने उनका स्वागत किया.
प्रधानमंत्री के लखनऊ आगमन को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. अमौसी एयरपोर्ट पर कार्यकर्ता ढोल और नगाड़े के साथ पीएम मोदी के स्वागत के लिए खड़े रहे. प्रधानमंत्री ने भी कार्यकर्ताओं को निराश नहीं किया और अपने काफिले को रुकवा कर उनसे मुलाकात की.
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