यमन में संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने बताया कि एक जनाज़े के दौरान सऊदी गठबंधन सेनाओं के हवाई हमले में 140 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है और सैकड़ों घायल हो गए हैं.
ये हमले राजधानी सना में हुए.
ये गठबंधन सेना पिछले एक साल से अधिक समय से यमन में सक्रिय हूती विद्रोहियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई कर रही है जिसमें अब तक छह हज़ार से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं.
लेकिन गठबंधन सेना ने इस हमले से इनकार किया है.
हूती विद्रोही यमन की सरकार के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं और सऊदी अरब और उसके साथी देश यमन सरकार की सैन्य मदद कर रहे हैं.
इंटरनेशनल रेड क्रॉस ने कहा है कि उसने 300 कफ़न तैयार कर लिए हैं.
जिस समय ये हवाई हमला हुआ उस समय हूती विद्रोहियों के गृहमंत्री के पिता का अंतिम संस्कार किया जा रहा था.
वहां मौजूद एक व्यक्ति मुराद तौफ़ीक़ ने हमले की जानकारी देते हुए समाचार एजेंसी एपी को कहा कि वहां ख़ून की नहर बह रही है.
शुरुआती जानकारी के अनुसार इस हमले में हूती विद्रोहियों के कई सैन्य अधिकारी मारे गए हैं.
रेड क्रॉस की रीमा कमाल ने बीबीसी को बताया कि जनाज़े वाली जगह पर कई हवाई हमले किए गए जहां सैकड़ों की तादाद में आम नागरिक मौजूद थे.
बीबीसी संवाददाताओं के अनुसार हूती विद्रोहियों के अधिकारियों की मौजूदगी बताती है कि जनाज़े को क्यों निशाना बनाया गया है, लेकिन इसकी भी संभावना है कि वहां कई आम नागरिक थे.
राष्ट्रपति अब्दुर्रब मंसूर हादी की सरकार हूती बाग़ियों और पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह की समर्थक सेना से लड़ाई कर रही है.
2014 में शुरु हुए गृहयुद्ध के बाद से अब तक लगभग 30 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं.
उस समय हूती विद्रोहियों ने राजधानी सना पर क़ब्ज़ा कर लिया था और राष्ट्रपति हादी की सरकार वहां से भाग गई थी.
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