वॉशिंगटन: प्रसिद्ध अर्थशास्त्री कौशिक बसु ने उम्मीद जताई है कि विश्व बैंक की कारोबार में सुगमता की सूची में भारत की रैंकिंग सुधरेगी। बसु ने कहा कि सरकार को समाज में संगतता तथा विविधता के लिए अधिक प्रयास करने चाहिए, क्योंकि आर्थिक सुधारों के साथ राजनीतिक और सामाजिक समावेश से देश 9.5 प्रतिशत की वृद्धि दर को फिर हासिल कर सकता है।
बसु का विश्व बैंक के उपाध्यक्ष और मुख्य अर्थशास्त्री का चार साल का कार्यकाल शुक्रवार को पूरा हो गया। कारोबार सुगमता रिपोर्ट तैयार करने में उनकी अग्रणी भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि भारत पहले ही वैश्विक अर्थव्यवस्था के कठिन दौर में सात प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करने में सफल रहा है, लेकिन उसे समावेश पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ऐसा राष्ट्र जो इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, वहां अभी भी बड़ी संख्या में लोग गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे हैं। बसु ने कहा कि भारतीयों धर्म, जाति तथा रंग के आधार पर अपनी विविधता पर गर्व होना चाहिए। उन्होंने इस बात पर क्षोभ जताया कि कुछ भारतीय इन गुणों पर शर्म महसूस करते हैं।
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