भारतीयों को ‘स्किल’ से जॉब दिलाएगा माइक्रोसॉफ्ट का प्रोजेक्ट संगम
जब 2014 में भाजपा नीत सरकार बनी तो भारत की सरकार ने राजीव गाँधी के उस सपने को आगे बढ़ाना शुरू किया, जो उन्होंने 1984 में छोटे-मोटे पहल के साथ शुरू किया था. भाजपा नीत सरकार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अति महत्वकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया और स्किल इंडिया पर प्रत्यक्ष रूप से काम करना शुरू किया. पीएम के इसी सपने को पंख दे रहा है.. माइक्रोसॉफ्ट का प्रोजेक्ट संगम…
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प्रधानमंत्री के इसी स्किल इंडिया अभियान को माइक्रोसॉफ्ट का बड़ा साथ मिला है. कंपनी ने ऐलान किया है कि वह ‘प्रोजेक्ट संगम’ नाम से नया प्लैटफॉर्म लायेगी. माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नाडेला ने दिल्ली में आयोजित फ्यूचर डिकोडेड कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया. सत्या ब्नोले कि वह लिंक्डइन को अब मध्यम श्रेणी की नौकरियों में कौशल विकास से जोड़ते हुए नए तौर पर ला रहे हैं.
अभी तक लिंक्डइन को ऐसा प्रफेशनल प्लैटफॉर्म माना जाता था. जिसमें ‘वाइट कॉलर जॉब्स’ यानी पेशेवर लोग ज्यादा जुड़े होते थे. प्रॉजेक्ट संगम स्किल से जुड़े छोटे और मझले स्तर के लोगों को नौकरियां और प्रशिक्षण दिलाने वाला प्लैटफॉर्म भी बनेगा.
क्या है पूरा प्रोजेक्ट और कैसे मिलेंगी नौकरियां…
इस प्लेटफार्म को जब भारत में लॉन्च किया गया तो इसके साथ उन्हें सबसे पहले आंध्र प्रदेश सरकार की साझेदार मिली. लेकिन माना जा रहा है कि इसमें आने वाले दिनों में और भी सरकारी और प्राइवेट कंपनियां तथा एजेंसियां जुड़ेंगी.
माइक्रोसॉफ्ट के अधिकारियों के मुताबिक प्रॉजेक्ट संगम के साथ कौशल विकास की प्रशिक्षण देने वाली कंपनियां जुड़ेंगी.
जब लोग यहां से प्रशिक्षण लेंगे तो लिंक्डइन पर उनका प्रोफाइल खुद तैयार हो जाएगा. आधार के जरिए ई-केवाईसी से भी कनेक्ट किया जाएगा. ताकि लोगों के फोन नंबर और बाकी जानकारियां सीधे कनेक्ट हो जाएं. जैसे-जैसे लोग प्रशिक्षण लेंगे, उनका प्रोफाइल खुद अपग्रेड होता चला जाएगा.
प्रॉजेक्ट संगम में जहां एक तरफ स्किल प्रशिक्षण देने वाली कंपनियां और इनसे प्रशिक्षण पा रहे लोग लिंक्डइन से जुड़ेंगे, वहीं दूसरी तरफ वे कंपनियां इसका हिस्सा बनेंगी जिन्हें इस तरह प्रशिक्षण पाए लोगों की जररूत है.
जैसे ही नौकरी के हिसाब से लोगों का प्रोफाइल मैच होगा, उम्मीदवार को इसका मेसेज चला जाएगा. इस तरह कंपनियों को प्लैटफॉर्म मिलेगा जहां से वे जरूरत के हिसाब से कैंडिडेट ले सकती है और स्किल पा रहे लोगों को खुद को ट्रेन करते हुए अपने बायो डेटा को बाजार के हिसाब से अपडेट करने का मौका मिलेगा. वाइट कॉलर जॉब वाली कैटिगिरी के लिए लिंक्डइन का प्रफेशनल वर्जन है ही.
माइक्रोसॉफ्ट के मुताबिक आबादी का एक बड़ा हिस्सा ऐसी सहूलियत से दूर है. प्रोजेक्ट संगम उन्हें इस प्लैटफॉर्म पर लाएगा. जहां वे खुद को ट्रेन करते हुए, अपने स्किल के हिसाब से नौकरी पा सकें, यानी यह संगम होगा, कैंडिडेट, उसके स्किल और नौकरियों के क्षेत्र का.
इसमें सरकारी और निजी क्षेत्र दोनों की भागीदारी से लोगों के लिए कई मौके खुलेंगे.
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