धामपुर। पूरे उत्तर भारत में अपना विशेष स्थान रखने वाले धामपुर के छह दिवसीय ऐतिहासिक होलिकोत्सव का आगाज होने से पहले अफसरों की निगाह हुड़दंगियां की ओर आकर टिक गई है। त्योहार को आपसी सद््भाव के साथ संपन्न कराने के पुलिस अधिकारियों ने मोहल्लेवार बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। शरारती तत्वों का चिभाव के साथ संपन्न कराने के पुलिस अधिकारियों ने मोहल्लेवार बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। शरारती तत्वों का चिहनांकन करने के साथ ही त्योहार के दौरान शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी जा रही है।
11 मार्च को आ रहे हैं विधानसभा चुनाव के नतीजे
11 मार्च का आ रहे विधानसभा चुनाव के नतीजों के चलते पुलिस अधिकारी इस ओर अधिक सक्रियता बरत रहे हैं। नगर क्षेत्र में आगामी आठ मार्च से होलिकोत्सव का आगाज हो जाएगां रंग एकादशी पर्व की सुबह नगर में रंग जुलूस निकाला जाएगा, जो शहर के अलग-अलग हिस्सों से गुजरेगां जुलूस में शामिल हुरियारे आम लोगों पर रंगों की बौछार करेंगे। इसके बाद रोजाना नगर क्षेत्र में होलिकोत्सव का यह सिलसिला जारी रहेगा और शहर की सड़कों पर हुरियारों की धूम रहेेगी। 12 मार्च को होली पर्व की शाम नगर क्षेत्र में सांस्कृतिक जुलूस निकाला जाएगा जबकि 13 मार्च को दुल्हेंडी पर्व के दिन सुबह के समय सूखे व शाम के समय गीले रंग का जुलूस निकाला जाएगा।
इन सभी आयोजनों को शान्ति पूर्वक संपन्न कराना पुलिस अधिकारियों के लिए बड़ी चुनौती बना है। पुलिस अधिकारियों ने इस ओर अभी से अतिरिक्त सतर्कता बरतनी शुरू की दी है। शहर में मोहल्लेवार बैठकों का दौर शुरू हो गया है। पुलिस अधिकारी खुद आम लोगों से इस त्योहार को शांितपूर्वक मनाने की अपील कर रहे हैं। इसके अलावा संवेदनशील जुलूस मार्ग व शरारती तत्वों का चिहनांकन भी पुलिस अधिकारी कर रहे है। रंग में भंग डालने के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि रंग जुलूस नगर में मुुस्लिम बाहुल्य इलाकों से होकर भी गुजरता है, ऐसे में कई बार आपसी विवाद की स्थिति शरारती तत्वों की लापरवाही से बन जाती है।
11 मार्च को आ रहे विधानसभा चुनाव के नतीजों के चलते भी पुलिस अधिकारी इस आर पूरी सतर्कता बरत रहे है। अशोक यादव का कहना है कि होली पर्व के मद्देनजर शांति समिति की बैठकों का आयोजन शुरू कर दिया गया है। छह दिवसीय रंग पर्व को शांति पूर्वक संपन्न कराने के लिए अतिरिक्त फोर्स तैनात की जाएगी। आम लोगों के साथ जुलूसों के आयोजक मंडल में शामिल पदाधिकारियों से भी सहयोग की अपील की जा रही है। कानून व्यवस्था को चपेट पहुंचाने के दोषी शरारती तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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