कराची: पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तानी अखबार को दिए गए एक बयान में लश्कर-ए-तैयबा के सह-संस्थापक हाफिज सईद की रिहाई की मांग की है.
मुशर्रफ का कहना है कि जमात उत दावा के चीफ हाफिज सईद आंतकवादी नहीं है, बल्कि वो एक बहुत अच्छा एनजीओ चला रहे हैं, जो राहत कार्यो में लोगों की मदद करता है.
मुशर्रफ के अनुसार हाफिज को तुरंत रिहा कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हाफिज सईद ने कहीं भी किसी भी आतंकवादी घटना को अंजाम नहीं दिया है और वो सिर्फ पाकिस्तान में तालिबान के खिलाफ हैं. उनके लिए हाफिज सईद एक अच्छे इंसान हैं, जो जरूरतमदों की मदद करने के लिए हमेशा आगे रहते हैं, इसलिए उनके साथ अच्छे से बर्ताव किया जाना चाहिए.
हाफिज सईद को शांति और सुरक्षा को कायम न रखने की गतिविधियों में लिप्त होने के लिए 90 दिन तक नजरबंद रखने का आदेश दिया गया है.
मुर्शरफ ने भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा कि भारत हाफिज सईद के खिलाफ है, क्योंकि इनके समर्थक कश्मीर के लिए भारतीय सेना से लड़ने जाते हैं.
एनएसजी और मसूद अजहर के मुद्दे पर पहली बार आमने-सामने आयेंगे भारत-चीन
हाफिज मुहम्मद सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और वर्तमान में जमात-उद-दावा से सम्बंधित है. यह भारत की सर्वाधिक वांछित अपराधियों की सूची में शामिल है. मुंबई के 26/11 हमले में उसका हाथ होने की बात सामने आई थी, जिसमें छह अमेरिकी नागरिक समेत 166 लोग मारे गए थे.
अमेरिकी सरकार की ‘रिवाडर्स फॉर जस्टिस’ कार्यक्रम की वेबसाइट पर बताया गया कि हाफिज़ सईद प्रतिबंधित संगठन जमात-उद-दावा का प्रमुख और चरमपंथी गुट लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है.
Facebook
Twitter
Google+
RSS