कैथल। लोकतंत्र सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय सह-अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक रोशन लाल आर्य ने कहा है कि सांसद राजकुमार सैनी पर गत दिवस कुरुक्षेत्र में हुआ हमला एक सोची-समझी साजिश है। इसके पीछे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व उसकी गुलाबी गैंग का हाथ है। आर्य कैथल लोक निर्माण विश्राम गृह में आयोजित लोकतंत्र सुरक्षा मंच की बैठक को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। आर्य ने चिंता जताते हुए कहा कि आजादी के बाद हमने एक विशेष वर्ग के 5-5 मुख्यमंत्रियों को स्वीकार किया, लेकिन कुछ लोगों को उनका एक मुख्यमंत्री बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
इसलिए वे बौखलाहट में ऐसी घिनौनी हरकत पर उतर आए हैं। पहले इन लोगों ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर पर हमला किया, अब सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य सांसद राजकुमार सैनी पर हमला करना, इनकी बौखलाहट का परिणाम है।
आर्य ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग कड़ी सुरक्षा के बीच सांसद पर हमला कर सकते हैं, अब उन्हें डर है कि इन लोगों का अगला टारगेट सीधे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हो सकते हैं। इसलिए सांसद राजकुमार सैनी के साथ-साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए। आर्य ने कहा कि इसके साफ संकेत गत दिवस सांसद दीपेंद्र हुड्डा द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर दिया गया बयान से भी झलकता है।
इससे पूर्व लोकतंत्र सुरक्षा मंच की जिला स्तरीय बैठक पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता लीला राम गुर्जर की अध्यक्षता में सांसद कार्यालय में हुई। बैठक में मुख्यरूप से छछरौली के पूर्व विधायक रोशन लाल आर्य ने शिरकत की। बैठक में सांसद राजकुमार सैनी पर गत दिवस हुए कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा की गई और सांसद को जेड प्लस सुरक्षा दिए जाने की मांग की गई। पूर्व विधायक ने कहा कि इस हमले में जो युवक पकड़े गए हैं, इनके पीछे किसका हाथ है, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
पूर्व विधायक लीला राम ने कहा कि 28 नवम्बर को कुरुक्षेत्र थीम पार्क में होने वाली समानता रैली की चल रही जोरदार तैयारियों से भी कुछ लोग छटपटा रहे हैं। यह रैली देश की सबसे बड़ी रैली होगी। रैली की संभावित सफलता भी लोगों को पच नहीं पा रहे हैं और वे सांसद पर इस प्रकार कायरतापूर्ण हमला करवाक रहे हैं, लेकिन सांसद ऐसे हमलों से डरने वाले नहीं है, बल्कि और अधिक शक्ति एवं ऊर्जा से कार्य करेंगे।
आर्य ने हमला करने वाले युवकों व साजिशकर्ताओं पर देशद्रोह व उग्रवाद की धारा लगाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमला करने वाले आंतकी से कम नहीं है। बैठक में सांसद राजकुमार सैनी की पंचकूला स्थित निवास की 15 दिन पहले ही सुरक्षा वापिस लिए जाने पर भी चिंता व्यक्त की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि सांसद पर हमले के पीछे सीधे-सीधे कुरुक्षेत्र पुलिस अधीक्षक की लापरवाही का नतीजा है। इस मौके पर श्याम मांडी, राजीव राणा, देवराणा पाडला, कपिल सिरोही, अनिल सैनी, राकेश आर्य, इंद्र कम्बोज, सत्यवान कश्यप, तरसेम सैनी, टेकन सैनी सहित अन्य कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
Facebook
Twitter
Google+
RSS