नोटबंदी के बाद सरकार की ओर से कहा गया था कि यह कदम जाली नोटों के नेटवर्क को तोड़ के रख देगा। हालांकि हालात कुछ और ही बयां कर रहे है. नकली नोटों के कारोबारियों ने सरकार को चुनौती देना शुरू कर दिया है। सीमा पार से 2000 रुपये के नकली नोट बड़े पैमाने पर छापकर देश में भेजने की कोशिश जारी है। 2000 का एक नकली नोट 1000 रुपये तक में बेचने की कोशिश भी हो रही है। हाल ही में बांग्लादेश के रास्ते आये नकिली नोटों का जाकिर पकड़ा गया था.
नोटबंदी इम्पैक्ट: 2008 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंची घरों की बिक्री
जानकारी मिलने के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क हो गयी है। सभी राज्यों के डीजीपी को इस सिलसिले में रिपोर्ट भी भेजी गई है। सबसे ज्यादा शक बांग्लादेश बॉर्डर सीमा पार पर है, जहा से अक्सर ऐसे ज़खीरे पकडे जा चुके है। नोटबंदी से पहले और बाद में भी यहां भारतीय करंसी के नकली नोटों की बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है। नोटबंदी के दौरान ही कई बार 2,000 रुपये के नकली नोट जब्त किए गए हैं। हाल ही में मुर्शिदाबाद में एक युवक के पास से 2,000 के 40 नकली नोट मिले थे। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए नकली नोटों में वॉटरमार्क सहित नोट के कई फीचर्स और कलर स्कीम की हूबहू नकल की गई थी, जिससे इनकी पहचान करन काफी मुश्किलें हो जाता है।
15 फरवरी को फिर बीएसएफ ने बांग्लादेश बॉर्डर पोस्ट के करीब सर्च ऑपरेशन में नकली नोट की बड़ी खेप पकड़ी थी। इस दौरान पकड़े गए लोगों ने कबूल किया था कि बांग्लादेश बॉर्डर से नकली नोट पश्चिम बंगाल भेजे जा रहे हैं। इसके बाद ऐसे नोट पूरे देश में भेजे जाएंगे। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के भी इस नेटवर्क में शामिल होने की सूचना मिली थी। बताया गया था कि आईएसआई नेपाल के रास्ते देश में 2000 रुपये के नकली नोट भेजने की कोशिश में है। इस चीज का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच एनआईए को दे दी गई थी।
जांच के अनुसार, जिन फीचर की कॉपी फिलहाल नहीं दिखी है, उनमें नोट के बाएं और दाहिने भाग में एंगल बनाती 7 लकीरें हैं। इन्हें कॉपी करना आसान नहीं है। नोट के पीछे लिखे 2000 को भी कॉपी करना चुनौतीपूर्ण है। नोट को धूप में देखने या उलटने-पलटने से इसका रंग बदलता है, लेकिन नकली नोट में रंग नहीं बदलते। महात्मा गांधी की तस्वीर वाटरमार्क को भी अब तक कॉपी नहीं किया जा सका है।
नोटबंदी से केजरीवाल सरकार को लगा तगड़ा झटका, हुआ 5 हजार करोड़ का नुकसान
Facebook
Twitter
Google+
RSS