इस्लामाबाद: विदेशी मामलों पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज़ अज़ीज़ ने आज कहा कि भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों(एनएसए)ने फोन पर बात कर नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने पर सहमति जताई है। नियंत्रण रेखा पार स्थित आतंकी ठिकानों पर भारत की आेर से लक्षित हमला किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।
दोनों देशों ने तनाव कम करने को लेकर बनी सहमति
अजीज ने इस बात की पुष्टि की है कि नियंत्रण रेखा पर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने के बाद भारत के एनएसए अजीत डोभाल और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नासिर जंजुआ के बीच संपर्क हुआ और उनके बीच नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करने को लेकर सहमति बनी।
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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक
जीयो न्यूज ने अजीज के हवाले से कहा,‘‘पाकिस्तान नियंत्रण रेखा पर तनाव कम करना चाहता है और कश्मीर पर ध्यान केंद्रित करना चाहता है।’’उन्होंने कहा कि भारत तनाव को बढ़ाकर कश्मीर मसले से दुनिया का ध्यान भटकाना चाहता है। पिछले हफ्ते भारतीय सेना ने कहा था कि उसने नियंत्रण रेखा के पार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमले किए हैं जिससे भारत में घुसपैठ की ताक में बैठे आतंकियों को भारी नुकसान पहुंचा है।
ये लक्षित हमले कश्मीर के उरी में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकी हमले के बाद किए गए थे। उरी में हुए हमले में भारत के 19 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि पाकिस्तान इसे लक्षित हमला मानने से इंकार कर रहा है और घटना को ‘‘सीमा पार’’से हुई गोलीबारी बता रहा है। नवाज शरीफ के हालिया अमरीकी दौरे के बारे में अजीज ने कहा कि प्रधानमंत्री ने विश्वभर के नेताओं को बता दिया है कि जब तक कश्मीर विवाद का हल नहीं निकलता तब तक दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव बना रहेगा।
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