लखनऊ: समाजवादी पार्टी से निष्कासित राम गोपाल यादव को राज्यसभा में नेता पद से जल्दी ही हटाया जा सकता है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता बेनी प्रसाद वर्मा को रामगोपाल यादव के स्थान पर राज्यसभा में नया नेता बनाया जा सकता है। राम गोपाल यादव द्वारा आज नयी दिल्ली में दिये गये बयान पर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव भी अपनी नाखुशी का इजहार कर चुके हैं और इससे उनके पार्टी में वापसी की संभावनायें क्षीण हो गयी हैं।
बता दें कि राज्यसभा में सपा के 18 सदस्य हैं। पार्टी के दिल्ली कार्यालय से उनकी नेमप्लेट हटा दी गयी है और बढ़ते दबाव के मद्देनजर रामगोपाल राज्यसभा से इस्तीफा दे सकते हैं लेकिन राम गोपाल यादव ने दिल्ली में कहा कि वह राज्यसभा से इस्तीफा नहीं देंगे और पार्टी से निष्कासन के बाद वह आजाद हैं।
गौरतलब है कि भाजपा से मिलीभगत के आरोप में समाजवादी पार्टी से बाहर किए गए रामगोपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव के उस बयान को मूर्खतापूर्ण बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि अमर सिंह ने उन्हें कई बार बचाया है। रामगोपाल ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने जो कहा वो एक नॉनसेंस स्टेटमेंट है। उनको कहने से पहले सोचना चाहिए था कि वो क्या कहना चाहते हैं? क्या वो ये कहना चाहते हैं कि अमर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट और सीबीआई को मैनेज कर लिया? रामगोपाल यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव अपने बेटे अखिलेश से ईष्र्या करने लगे हैं। उन्हें लगता है कि अखिलेश उनसे ज्यादा पापुलर कैसे हो गए? उन्होंने कहा कि अखिलेश के बिना कोई समाजवादी पार्टी नहीं। अखिलेश जब लोगों के बीच निकलेंगे तो उनके सारे विरोधी खत्म हो जाएंगे क्योंकि जहां अखिलेश हैं, वहीं समाजवादी पार्टी है।
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