अगर आप को लगता है कि काला धन की समस्या केवल भारत जैसी विकासशील देशों में है तो आप गलत हैं। विकसित और औद्योगीकृत देशों में भी शैडो इकॉनमी वहां की जीडीपी को भारी नुकसान पहुंचा रही है। इसकी जद में यूरोप के भी कई देश हैं। जर्मनी की एक यूनिवर्सिटी की स्टडी के मुताबिक, इटली और स्पेन जैसे देश भी अर्थव्यवस्था में ब्लैक मनी के कारण आर्थिक अस्थिरता से गुजर रहे हैं।
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यूनिवर्सिटी ऑफ ट्बिनजेन के इंस्टिट्यूट फॉर ऐप्लाइड इकॉनमिक रिसर्च ने अपनी स्टडी में बताया कि काला धन की समस्या मजबूत अर्थव्यवस्था वाली जर्मनी और नॉर्वे में भी है। हैरानी की बात यह है कि काला धन के मामले में अमेरिका का रिकॉर्ड अन्य मजबूत देशों के मुकाबले बेहतर है। आर्थिक अस्थिरता से गुजर रहे ग्रीस में ब्लैक मनी वहां की जीडीपी के पांचवे हिस्से से भी ज्यादा है।
ग्रीस से थोड़ा पीछे इटली है जहां काला धन जीडीपी का 19.8 प्रतिशत है। स्पेन में यह आंकड़ा 17.2 प्रतिशत है। यूके, जर्मनी, कनाडा भी की इकॉनमी में भी ब्लैक मनी जीडीपी के दसवें भाग के बराबर है।
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