नई दिल्ली: भारत की स्टार महिला बॉक्सर मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम (एम सी मैरी कॉम) जिन्हें मैरी कॉम के नाम से भी जाना जाता है ने शनिवार को नेशनल बॉक्सिंग अकादमी के एक समारोह में शिरकत कि और कहा कि जिस दिन देश की किसी भी युवा बॉक्सर ने उन्हें हरा दिया वह दिन रिंग में उनका आखिरी दिन होगा.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली की हार के बाद धोनी भी हारे
बॉक्सिंग से सन्यास के बारे में मैरी ने कहा, “मुझमें इतनी ताकत और मेरे पास ऐसी रणनीति है कि मुझे कोई रिंग में आसानी से नहीं हरा सकता.”
मैरी ने कहा कि वे एक बॉक्सर, माँ और सांसद के तौर पर अपनी पूरी जिम्मेदारी निभा रही है जो काफी चुनौतीपूर्ण है.
उन्होंने कहा कि सभी लड़कियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिलता है लेकिन उन्होंने खुद को साबित किया है.
ऑस्ट्रेलिया से हार के बावजूद कोहली चुने गए साल के सर्वश्रेष्ठ कप्तान
भारत के उभरते हुए मुक्केबाज़ों के लिए मैरी कोम ने कहा कि अगर मैं एक शादी और फिर माँ बन्ने के बाद इतनी आगे बाद सकती हो तो और मुक्केबाज़ क्यों नहीं बढ़ सकते.
मैरी ने कहा कि हरियाणा के मुक्केज्बाज़ बहुत प्रतिभाशाली होते है और उनका भविष्य उज्जवल है. प्रोफेशनल बॉक्सिंग पर मैरी ने कहा कि इसमें हर बॉक्सर पैसा नहीं कमा रहा है और कुछ को आर्थिक सहायता कि जरुरत पड़ती है.
मैरी कोम करियर
मैरी कॉम पांच बार विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता की विजेता रह चुकी हैं. 2012 के लंदन ओलम्पिक मे उन्होंने काँस्य पदक जीता. 2010 के ऐशियाई खेलों में काँस्य तथा 2014 के एशियाई खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया.
दो वर्ष के अध्ययन प्रोत्साहन अवकाश के बाद उन्होंने वापसी करके लगातार चौथी बार विश्व गैर-व्यावसायिक बॉक्सिंग में स्वर्ण जीता. उनकी इस उपलब्धि से प्रभावित होकर एआइबीए ने उन्हें मॅग्नीफ़िसेन्ट मैरी (प्रतापी मैरी) का संबोधन दिया.
उनके जीवन पर एक फिल्म भी बनी जिसका प्रदर्शन 2014 मे हुआ. इस फिल्म में उनकी भूमिका प्रियंका चोपड़ा ने निभाई.
Facebook
Twitter
Google+
RSS