फैजाबाद। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की गत 24 फरवरी को गुलाबबाड़ी मैदान में हुयी जनसभा में जाते समय मची भगदड़ के मामले में जिला प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही की है। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री की फ्लीट की गति धीमी हो जाने के सम्बन्ध में ड्यिूटी में नियुक्त अधि/कर्म के बिरुद्ध विभागीय कार्यवाही करते हुये क्षेत्राधिकारी यातायात विक्रम सिंह, निरीक्षक लालता प्रसाद शाहू तथा उ0नि0 यातायात इन्द्रजीत यादव पर आरोप पत्र प्रेषित किया गया तथा उ0नि0 अजेन्द्र प्रताप सिंह चैकी इन्चार्ज अलीगढ़, आरक्षी रविकान्त रावत, आरक्षी बृजेश सिंह, आरक्षी योगेन्द्र पवार तथा आरक्षी संतोष कुमार थाना को0नगर को तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया गया एवं हामगार्ड गौतम यादव के बिरुद्ध विभागीय कार्यवाही हेतु सम्बन्धित को पत्र प्रेषित कर दिया गया है।
एसएसपी ने पांच पुलिसकर्मियांें को किया संस्पेंड
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जनसभा में हुयी चूक का खामियाजा जिम्मेदार पुलिसकर्मियांे को भुगतना पड़ा।इस मामले में जांच के बाद दोषी पाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है । कार्यवाही की जद में आये पुलिस कर्मियों में तीन वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गयी है। आपको बता दें की जनसभा के दौरान सीएम की फ्लीट के सामने भीड़ आ गयी थी और जनसभा के बाद भगदड़ मच गई थी ।बीते 24 फरवरी को फैजाबाद शहर के गुलाबबाड़ी मैदान में अयोध्या फैजाबाद विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याषी तेज नारायण पांडेय पवन के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री अखिलेष यादव की जन सभा समाप्त होने के बाद भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए थे । सभा समाप्त होने के बाद जैसे ही मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल से बाहर निकले उनको देखने के लिए भीड़ बेकाबू हो गई और लोग मेटल डिटेक्टर डोर को तोड़कर मैदान से बाहर निकलने लगे । इसी बीच मेटल डिटेक्टर डोर गिर गया और कुछ लोग उसके नीचे दब गए । हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई थी जिसके बाद किसी तरह पुलिस ने लोगों को नियंत्रित किया । इस घटना को लेकर काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा ।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुये अपनी सुरक्षा में चूक बताया था। उन्होंने कहा था कि उनकी सुरक्षा फुलपू्रफ नहीं की गयी, फैजाबाद की जनसभा में उनकी सुरक्षा में पुलिस नहीं दिखाई पड़ रही है और जनसभा समाप्त होते भगदड़ मच गयी। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद जिलाधिकारी फैजाबाद विवेक कुमार ने जांच के आदेश दिये थे। जांच के उपरंात दोषी पाये गये अधिकारियों व अन्य मातहतों के विरूद्ध एसएसपी अनंतदेव द्वारा की गयी।
इन्हें भुगतना पड़ा मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक का खामियाजा

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