लखनऊ: भारत में शिवजी के अनेकों मंदिर हैं लेकिन आज आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। जी हां झारखंड के रामगढ़ में भगवान भोलेनाथ का एक ऐसा रहस्यमय मंदिर है। इस मंदिर की खास बात है कि यहां दिनभर जलस्रोत से पानी की एक धारा प्रवाहित होती रहती है और यह शिवलिंग पर गिरती रहती है। इसके बारे में कहा जाता है कि जब से भोलेनाथ यहाँ पर विराजमान हैं, यह धारा बिना रुके तब से बह रही है।
जब से भोलेनाथ यहाँ पर विराजमान हैं, यह धारा बिना रुके तब से बह रही है
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भगवान शिव का हर प्रकार के ग्रह-नक्षत्र और समस्त पंचभूतों पर नियंत्रण है। अत: इसीलिए जलशक्ति भी उनकी आज्ञा का हमेशा पालन करती है और निरंतर शीतल जल से उनका अभिषेक करती है। और यह भी कहा जाता है कि मां गंगा स्वयं शिवजी का अपने हाथों के द्वारा अभिषेक करती है। भोलेनाथ ने गंगा को अपनी जटाओं में धारण किया हुआ है। यहां पर भी वे उनके साथ ही विराजमान हैं।
शिवलिंग के समीप गंगा की एक प्रतिमा भी विराजमान
इस मंदिर में शिवलिंग के समीप गंगा की एक प्रतिमा भी विराजमान है। उसके हाथों से ही यह जल की धारा निकलता है और यहां से प्रवाहित होकर शिवलिंग का अभिषेक करता है। इसके बारे में कई मत हैं की इसका मूल स्त्रोत कहा पर है! लेकिन सही जवाब किसी के पास भी नहीं है। श्रद्धालु प्रतिदिन भगवान शिव और मां गंगा के दर्शन करने के लिए यहां परआते हैं। इसके अलावा शिवरात्रि और श्रावण मास के सोमवार के दिन भी यहाँ पर काफी भीड़ रहती है।
यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के अनुसार यह मंदिर बहुत ही चमत्कारी है और यहां हर कण में शिवजी और मां पार्वती दोनों साथ समाए हुए हैं। इस मंदिर में आने के बाद भक्तो में शिवजी के प्रति श्रद्धा और बढ़ जाती है। इसको टूटी झरना मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
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