आरएसएस नेता कुंदन चंद्रावत को विवादित बयान देने के कारण और संघ के शाख तथा विचारों को क्षति पहुँचने के लिए उन्हें सभी पदों से निकाल दिया गया है.
आरएसएस के प्रान्त संचालक डॉ प्रवीण शास्त्री ने आज एक घोषणापत्र जारी करके चंद्रावत को आरएसएस के सभी पदों से मुक्त कर दिया है.
पत्र में कहा गया है कि जनाधिकार समिति के धरने में विवादित बयान के कारण आरएसएस के बारे में लोगों में भ्रम पैदा हुआ. इसलिए चंद्रावत को उनके सभी पदों से मुक्त किया जाता है.
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आगे लिखा है कि, ‘हालाकि उन्होंने ने अपने बयान के लिए माफ़ी मांग ली थी और उनको अपने इस कृत्य पर खेद भी है’ , लेकिन यह क्षमा योग्य नहीं है.
डॉ शास्त्री ने एक बार पुन: लोगों से अपील की है कि एक व्यक्ति के बयान को संघ का अधिकृत बयान न मान लिया जाये.
"Kundan who made controversial statement (on Kerala CM) at Ujjain protest mtg, relieved of responsibilities in RSS," Dr MM Vaidya,tweets RSS pic.twitter.com/9TcoPH3UNB
— ANI (@ANI) March 3, 2017
क्या है मामला-
आरएसएस के नेता कुंदन चंद्रावत ने केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन के खिलाफ भड़काऊ बयान देते हुए उनका सिर लाने वाले को एक करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी.
उज्जैन के आरएसएस महानगर प्रचार प्रमुख कुंदन चंद्रावत के इस बयान के बाद राजनीतिक बवाल मच गया था.
संघ नेता के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केरल के सीएम विजयन ने कहा था कि संघ ने कइयों के सिर लिए हैं. इस बीच आरएसएस ने कुंदन चंद्रावत के बयान से पलटभी गये थे.
आरएसएस के प्रांत संघचालक डॉ प्रकाश शास्त्री ने मीडिया में एक बयान जारी कर कहा, ‘कुंदन का उकसाने वाला बयान संघ का मत नहीं है। संघ ऐसी हिंसा के विरोध में है।’
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चंद्रावत ने केरल में मार्क्सवादियों के अत्याचार के विरुद्ध आयोजित धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम में कई विवादास्पद और भड़काऊ बयान दे डाले. चंद्रावत ने केरल के मुख्यमंत्री को हत्या का दोषी करार दिया था.
उन्होंने कहा, ‘उस गद्दार को लगता है कि हिंदुओं के खून में शिवाजी का गौरव नहीं है, हिंदुओं के खून में वह जज्बा नहीं है, मैं इस मंच से घोषणा करता हूं डॉ कुंदन चंद्रावत, संपत्ति है मेरे पास इतनी, इसलिए घोषणा करने की हिम्मत कर रहा हूं, एक करोड़ रुपये का मकान है, उसका सिर काटकर लाकर दे कोई, मैं मकान और वह जायदाद उसके नाम कर दूंगा.’
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चंद्रावत ने आगे कहा था, ‘ऐसे गद्दारों को इस देश के अंदर रहने का कोई अधिकार नहीं है. लोकतंत्र की हत्या करने का कोई हक नहीं है ऐसे गद्दारों को. भूल गए गए क्या गोधरा को, 56 मारे थे, 2000 कब्रिस्तान में चले गए. घुसा दिए उनको अंदर इसी हिंदू समाज ने. 300 प्रचारक और कार्यकर्ताओं की हत्या की है न तुमने, 3 लाख नरमुंडों की माला पहनाऊंगा भारत माता को. वामपंथियों सुन लो.’ हालांकि इसपर प्रतिक्रिया देते हुए केरल सीएम विजयन ने भी संघ पर कइयों के सिर लेने का आरोप लगा दिया है.
#WATCH RSS Mahanagar Prachar Pramukh of Ujjain Kundan Chandrawat says, he’ll reward the person who brings him Kerala CM P.Vijayan’s head pic.twitter.com/yiBwWs6ftF
— ANI (@ANI_news) 2 March 2017
कुंदन चंद्रावत की प्रतिक्रिया?
निष्कासन पर कुंदन चंद्रावत का कहना है कि,
‘अपना काम पूरा किया. केरल के लोगों की संवेदना को मैं देश के लोगों की संवेदना बना सका, उसके बाद मैंने बयान वापस ले लिया. संघ का निर्णय मुझे मान्य है. मैं संघ का स्वयंसेवक हूँ और हमेशा रहूँगा.’
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