अलीगढ़ – अलीगढ़ के डीएस कॉलेज प्रवेश प्रक्रिया धांधली प्रकरण एकबार फिर चर्चा में है। अब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा के कुलपति और रजिस्ट्रार को कोर्ट ने तलब किया है। कोर्ट ने 10 मार्च को कालेज की प्राचार्या सहित चार प्रशासनिक अधिकारियों को भी तलब किया है।
गौरतलब है कि छात्र नेता जियाउर्रहमान के वाद में सुनवाई करते हुए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने डीएस कालेज में एमए भूगोल सत्र 2016-17 में मेरिट से बाहर के छात्रों के प्रवेश करने, आरक्षण प्रक्रिया में धांधली करने और विश्वविद्यालय द्वारा आवंटित सीटों से ज्यादा सीटों पर प्रवेश कालेज द्वारा करने की शिकायत पर भेजा है।
छात्र नेता जियाउर्रहमान का आरोप है कि सत्र 2016-17 में कॉलेज प्रशासन ने एमए भूगोल में मेरिट से बाहर प्रवेश लिए। आरक्षण प्रक्रिया में भी धांधली हुई। आरोप यह भी है कि विश्वविद्यालय से आवंटित सीटों से ज्यादा प्रवेश दिए गए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में इस संबंध में वाद दायर किया गया। छात्र नेता के मुताबिक कॉलेज प्रशासन ने प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र से बाहर मामला बताते हुए रिकार्ड पेश नहीं किए। वादी की ओर से इस पर आपत्ति जताई गई। जिस पर प्राधिकरण ने नोटिस जारी किए हैं। प्राचार्य डॉक्टर अंजना अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में वे जवाब दे चुकी हैं।
कॉलेज प्राचार्या द्वारा रिकॉर्ड न लाने और मामले को विधिक सेवा प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र से बाहर बताने पर छात्र नेता जियाउर्रहमान ने आपत्ति जाहिर की और इसे प्राचार्या का तानाशाही व भ्रष्टाचार का रवैया बताया। छात्र नेता ने कोर्ट से मामले में कुलपति और रजिस्ट्रार को भी पार्टी बनाने की अपील की जिसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने आगरा यूनिवर्सिटी के कुलपति और रजिस्ट्रार के साथ डीएस कॉलेज की प्राचार्या, प्रवेश प्रभारी, भूगोल विभागाध्यक्ष एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष को 10 मार्च को कोर्ट में तलब किया है।
बता दें कि छात्र नेता जियाउर्रहमान ने प्राचार्या पर रूपए लेकर नियम विरुद्ध एमए भूगोल में प्रवेश करने और आरक्षण प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाया है। प्राधिकरण में प्राचार्या ने कॉलेज रिकॉर्ड देने की बजाय मामले को आपत्ति के माध्यम से प्राधिकरण के क्षेत्राधिकार से ही बाहर बताया था और सीटों के आवंटन के मसले को यूनिवर्सिटी का मसला बताया था। छात्र नेता जियाउर्रहमान ने प्राचार्या के जवाब पर आपत्ति जताते हुए रिकॉर्ड कोर्ट के सामने लाने की मांग की और कुलपति तथा रजिस्ट्रार को भी प्रकरण में पार्टी बनाने की गुहार कोर्ट से लगाईं जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया|कुलपति और रजिस्ट्रार को कोर्ट द्वारा तलब करने से डीएस कॉलेज धांधली प्रकरण आगरा तक पहुंच गया है। 10 मार्च से पहले डीएस कालेज प्रवेश प्रक्रिया धांधली प्रकरण में यूनिवर्सिटी प्रशासन भी सख्त कार्रवाई कर सकता है। कुलपति को भी छात्र नेता मामले की शिकायत कर चुके हैं। छात्र नेता जियाउर्रहमान ने कहा है कि कॉलेज प्राचार्या ने भ्रष्टाचार और धांधली से प्रवेश किए हैं इसलिए वह रिकॉर्ड नहीं दिखा रही हैं। कुलपति और रजिस्ट्रार को तलब कर कोर्ट ने छात्र हितों का ख्याल रखा है। प्राचार्या के भ्रष्टाचार को उजागर करके रहेंगे, जरुरत पड़ने पर हाईकोर्ट भी जाएंगे।
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