नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय पिछले माह खाने की शिकायत करने वाले (बीएसएफ) के जवान तेज बहादुर यादव की गुमशुदगी को लेकर याचिका पर आज शुक्रवार को सुनवाई होनी है। न्यायमूर्ति बी. डी. अहमद और न्यायमूर्ति आशुतोष कुमार की पीठ इस याचिका पर सुनवाई शुक्रवार को अपराह्न् 2.15 बजे करेगी। इससे पहले बीएसएफ डीजी केके शर्मा का एक बड़ा बयान आया है। बीएसएफ के डीजी ने कहा कि तेज बहादुर के परिवार को उनकी सारी जानकारी है, इसके बावजूद उन्होंने कोर्ट में याचिका दायर की। अब इसका जवाब वह कोर्ट में ही देंगे।
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डीजी ने कहा कि तेज बहादुर यादव के खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी चल रही है और जांच के नियमों के तहत ही तेज बहादुर को हमने अपने पास रखा है। बता दें याचिका तेज बहादुर की पत्नी शर्मिला ने याचिका दायर की है। शर्मिला और बीएसएफ जवान के परिवार ने लगातार तीन दिनों तक जवान से मिलने में विफल रहने पर यह याचिका दायर की थी। कांग्रेस के नेता व अधिवक्ता मनीष तिवारी ने अदालत को बताया कि बीएसएफ जवान के परिवार का कहना है कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है कि तेज बहादुर कहां हैं? उन्होंने कहा, “हमने उच्च न्यायालय में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की है।
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क्या था मामला
जवान तेज बहादुर यादव ने बीते दिनों कुछ वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इन वीडियो में यादव ने खराब खाने की शिकायत की थी। इसके बाद कई जवानों के वीडियो सामने आए थे। इन इन वीडियो को लेकर काफी विवाद हुआ था। पीएमओ ने इस मामले में गृहमंत्रालय और बीएसएफ से रिपोर्ट मांगी थी। यादव ने कहा ने अपने सीनियर अधिकारों पर घपला करने का आरोप लगाया था। तेज बहादुर ने हालांकि अधिकारियों ने नाम नहीं लिए थे।
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