लखनऊ। राजधानी के सुरक्षा इंतजामों को तार-तार कर डकैतों ने चौक कोतवाली से चंद कदम की दूरी पर सर्राफ की दुकान में डकैती डाल दी। बहोरन टोला में रविवार रात दर्जनभर नकाबपोश बदमाशों ने मुकुंद ज्वैलर्स के शोरूम में सर्राफ पिता-पुत्र को दुकान के भीतर बंधक बनाकर करोड़ों रुपए के गहने और कैश लूट लिया। विरोध पर बुजुर्ग सर्राफ प्रवीण रस्तोगी के सिर पर तमंचे की बट से वारकर उन्हें लहुलुहान कर दिया और बेटे जितांशु को गोली मार दी। कोतवाली की पुलिस को घटना की भनक तक न लगी। वारदात के बाद बदमाश फिल्मी अंदाज में संकरी गलियों में फायरिंग करते हुए भाग निकले।
पुलिस ने घटनास्थल पर फिंगर प्रिंट दस्ते के साथ बारीकी से निरीक्षण किया। घटना के बाद से चौक पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। घायल पिता-पुत्र को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। वारदात से व्यापारियों में जबरदस्त आक्रोश है। पुलिस ने बताया कि बदमाश करोड़ों के सोने के आभूषण उठा ले गए। भागते समय कुछ सोने की अंगूठियां रास्ते में गिर गईं, जो बाद में मिल गईं।
डकैती सिर्फ सात मिनट में
सर्राफ प्रवीण रस्तोगी (62) बेटे जितांशु (34) के साथ दुकान में बैठे थे। रात 8:55 पर सात बदमाशों ने दुकान के भीतर इंट्री की। पूरी घटना को बदमाशों ने पांच से सात मिनट के भीतर अंजाम दिया। सभी के हाथ में असलहे और धारदार हथियार देखकर पिता-पुत्र समेत नौकर सहम गए। बदमाशों ने जान से मार डालने की धमकी दी और बोरों में सोने के आभूषण भरने शुरू कर दिए। प्रवीण ने विरोध किया, जिसपर एक बदमाश ने उनके सिर पर तमंचे के बट से हमला कर दिया। पिता पर हमला होता देख जितांशु आगे बढ़ा तो बदमाश ने उसके ऊपर गोली चला दी, गोली उसके पैर में लगी। डकैती के बाद भागते समय दो बदमाश गोल दरवाजे के पास भटक गए। फिर वह साथियों के साथ बहोरन टोला से होते हुए भाग निकले।
Facebook
Twitter
Google+
RSS