आगरा : बढती गर्मी में पानी की बढ़ती किल्लत को देख एक बार फिर आगरा में जिला प्रशासन को जोधपुर झाल की याद आ गई है। गुरुवार को जिलाधिकारी गौरव दयाल सहित अन्य अधिकारियों ने जोधपुर झाल का निरीक्षण किया। पिछले साल सिंचाई विभाग ने पेयजल संकट से निपटने का प्रस्ताव तैयार किया था, लेकिन अब तक कुछ खास काम नहीं हो सका।
जोधपुर झाल का क्षेत्रफल करीब 125 एकड़ के करीब है। अगर झाल की ठीक तरह से सफाई हो तो इससे आगरा शहर के साथ फरह व उसके आसपास के क्षेत्रों में पानी की कमी नहीं होगी। पिछले दिनों अनुश्रवण समिति की बैठक में नहरों में पानी की कमी पर मंडलायुक्त चंद्रकांत ने नाराजगी जताई थी। साथ ही पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने को दिशा-निर्देश जारी किए थे। गुरुवार को डीएम गौरव दयाल, सीडीओ नगेंद्र प्रताप सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर निरीक्षण किया। जोधपुर झाल उथली होने के कारण उसमे पानी का स्टोरेज ठीक से नहीं हो पा रहा है। डीएम गौरव दयाल ने बताया कि जल्द ही मामले को लेकर बैठक बुलाई जाएगी, जिसमें पानी की समस्या को लेकर मंथन किया जाएगा।
जोधपुर झाल की ठीक तरीके से सफाई कराने से आसपास के क्षेत्रों में खारे पानी की समस्या भी खत्म हो सकती है। जोधपुर झाल की सफाई पर 25 से 30 लाख रुपये का खर्चा आने की उम्मीद है। झाल से मिट्टी हटानी पड़ेगी। यह कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से कराया जा सकता है। इससे मजदूरों को रोजगार भी मिलेगा।
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