अहमदाबाद। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने प्रदेश में बड़ी तादाद (बल्क) में ड्रग-फार्मा पार्क एवं चिकित्सा उपकरण निर्माण पार्क शुरू करने की घोषणा की है। इसके साथ ही राज्य के फार्मा उद्योग को नए रोगों की चिकित्सा के लिए दवा शोध-अनुसंधान करने का आह्वान किया है। वे गुरुवार को अहमदाबाद में फार्मास्यूटिकल एक्जीबीशन के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे।
जन औषधि के तीन सौ स्टोर्स शीघ्र : मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय उर्वरक रसायन मंत्री अनंत कुमार एवं राज्यमंत्री मनसुख मांडविया की विशेष उपस्थित में आयोजित कार्यक्रम के सम्बोधन में कहा कि गुजरात में 110 साल पहले दवा उद्योग-फार्मास्यूटिकल इण्डस्ट्री स्थापित हुई और आज गुजरात फार्मा हब के रूप में उभरा है।
गुजरात में उत्पादित दवाइयां एवं फार्मा उत्पादन क्षेत्र ने लोगों में भरोसा व विश्वास सम्पादन किया है। गुणवत्ता एवं श्रेष्ठता के मानदण्डों में भी गुजरात का फार्मा उद्योग खरा उतरा है। राज्य में कार्डियाक, ऑर्थोपेडिक इम्प्लान्ट्स आदि के उत्पादन में हो रही 70 फीसदी से ज्यादा उल्लेखनीय प्रगति सराहनीय है। इसे और ज्यादा बल देने के लिए केन्द्र सरकार के सहयोग से प्रदेश में यथाशीघ्र बल्क ड्रग पार्क, फार्मा पार्क एवं मेडिकल डिवाइस पार्क शुरू किए जाएंगे। गरीबों एवं आम लोगों को सस्ती दवाइयां मुहैया कराने के लिए पंडित दीनदयाल जन्म शताब्दी वर्ष में करीब 300 जन औषधि स्टोर्स भी शुरू करने की घोषणा की।
केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि गुजरात के वैश्विक विकास में फार्मा उद्योग का योगदान सर्वोच्च है। गुजरात में विश्व का फार्मा हब बनने की क्षमता है। भारत सालाना विश्व के 220 देशों में 14.9 बिलियन यूएस डॉलस की दवाइयों का व्यपार करता है। देश के वैश्विक बाजार में बिक्री की जाने वाली हर तीसरी टिकिया गुजरात में निर्मित की गई होती है। केन्द्र सरकार की ओर से गुजरात में देश का पहला फार्मा कलस्टर बनाने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि कलस्टर के चलते दवा फार्मा उत्पादन की करीब 200 कम्पनियों का गुजरात में लगभग दो हजार करोड़ रुपए का निवेश आएगा।
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