नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के लिए कोई दिन अच्छा या बुरा होता ही नहीं है, कभी कुछ अच्छा होता है तो कभी कभी कोई दिन बुरा, दिल्ली सरकार के सितारों में कुछ ऐसी ही गर्दिश है. अबकी बार सितारों के लपेटे में आएं हैं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन.
हाल ही में केजरीवाल सरकार को भारत सरकार ने पुरस्कृत किया था जिसके बाद केजरीवाल ने ट्वीट करके प्रधानमंत्री मोदी से प्रसन्नता जताई थी (जी हाँ, ये हुआ है, नीचे पढ़ें) लेकिन फिर आज की तारीख, 4 मार्च आती है और केजरीवाल के साथ साथ दिल्ली सरकर को शर्मसार कर जाती है.
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दरअसल, आयकर विभाग के अधिकारियों ने राजधानी दिल्ली में 100 बीघा से भी अधिक जमीन और कई कंपनियों के शेयरों को जब्त किया जिनके तार सीधे सीधे दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से जुड़ते देखे जा रहे हैं.
इस कार्रवाई को आयकर विभाग ने बेनामी संपत्ति के खिलाफ बनाए गए कानून के तहत अंजाम दिया है. ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले के बाद एक बार फिर केंद्र और ‘आप’ सरकार के बीच संबंध खट्टे हो सकते हैं.
सूत्रों की माने तो जब्त की गई जमीन की कीमत 17 करोड़ रुपए जबकि शेयरों की कीमत 16 करोड़ रुपए है. इस संबंध में 27 फरवरी को 4 संबंधित कंपनियों को नोटिस जारी किया गया था .
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लंबा नप सकते हैं सत्येंद्र जैन
जिन चार कंपनियों को नोटिस जारी की गयी है (इंडो मेटलिमपेक्स, अकिंचन डिवेलपर, प्रयास इन्फोसोल्यूशन और मंगलायतन प्रॉजेक्ट) उनको बेनामी संपत्ति ट्रांजैक्शन ऐक्ट के तहत सत्येंद्र जैन पर कंपनियों से कैश पेमेंट के लिए गलत एंट्रियों के जरिए शेयर हासिल करने का दोषी ठहराया गया है.
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सत्येंद्र जैन को दिल्ली सरकार में पीडब्ल्यूडी, ट्रांसपोर्ट और स्वास्थ्य सहित कई अहम मंत्रालय संभाल रहे हैं.
कानून कहता है कि जब्ती के 90 दिन के भीतर संबंधित व्यक्तियों को आयकर विभाग को जवाब देना होगा.
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