नेताओं के रिटायर होने की उम्र नहीं होती. ऐसा भारत की सियासत के बारे में कहा जाता है लेकिन अब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भी इस मंत्र को अपना सकते हैं. अमेरिकी मैगजीन ‘पोलिटिको’ के मुताबिक 56 साल के ओबामा सियासत में दोबारा कदम रख सकते हैं.
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मैगजीन का दावा है कि ओबामा की दिलचस्पी डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए काम करने की है. वो पार्टी के भीतर फायदे के लिए सीटों के बंटवारे के चलन को रोकना चाहते हैं जिससे आखिर में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवारों को फायदा होता है. इसके लिए डेमोक्रेटिक पार्टी ओबामा को नेशनल डेमोक्रेटिक रिडिस्ट्रिक्टिंग कमेटी (एनडीआरसी) में अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. एनडीआरसी डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवारों को चुनने के अलावा फंड जुटाने का भी काम करती है. फिलहाल एनडीआरसी की तवज्जो राज्यों में खोई सियासी जमीन को वापस पाने की है.
ओबामा के अटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर ने भी कहा है कि लोग ओबामा को जल्द ही दोबारा सियासत में देख सकते हैं. उन्होंने ट्रंप के चुनाव से पहले ही इस बात के संकेत दिये थे कि ओबामा रिटायरमेंट के बाद डेमोक्रेटिक पार्टी में सीटों के बंटवारे की प्रक्रिया को सुधारना चाहते हैं. एनडीआरसी में जिम्मेदारी निभाने के साथ ही ओबामा डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े कानूनी संगठनों की भी मदद कर सकते हैं.
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