स्मार्टफोन्स लगातार स्मार्ट होते जा रहे हैं. अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए वे ऑफलाइन आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद से ‘सुपरफोन’ बनने जा रहे हैं.
स्मार्टफोन्स अब अपने यूजर्स की आदतों से सीखकर बहुत सारे काम अपने आप ही कर लिया करेंगे. उस वक्त भी, जब वे ऑफलाइन होंगे.
शुरुआत में सिर्फ महंगे स्मार्टफोन्स इस टेक्नॉलजी को यूज करेंगे. एमडब्लूसी17 में चीन की कंपनी हुवावे ने इस तरह के स्मार्टफोन्स पेश किए हैं.
इसे भी पढ़ें…नोकिया 6 को टक्कर देते ये पांच स्मार्टफोन्स…आप भी जानें
2017 में 30 करोड़ स्मार्टफोन्स यानी दुनियाभर में बिकने वाले कुल स्मार्टफोन्स के 1/5 में यह फंक्शन होगा. फ्रांस में हुवावे के मार्केटिंग डायरेक्टर विन्संट के मुताबिक स्मार्टफोन्स के बाद सुपरफोन्स आएंगे और यह AI के जरिए संभव होगा.
अभी ज्यादातर स्मार्टफोन्स बाहरी सर्वर्स में मौजूद डेटा की मदद से ऐप्स को रन करते हैं, जिन्हें क्लाउड कहा जाता है. मगर फास्ट प्रोसेसर आ जाने से स्मार्टफोन्स डिवाइस में स्टोर डेटा को ही इस्तेमाल करेंगे. यह प्रक्रिया ठीक वैसी है, जैसे इंसान का दिमाग काम करता है.
इसे भी पढ़ें…शाओमी का बड़ा एलान, अपने लगभग सभी स्मार्टफोन्स पर देगा सॉफ्टवेयर अपडेट
भविष्य में स्मार्टफोन्स आपके फैसला लेने से पहले ही फैसले ले लिया करेंगे. आपके कहीं जाने से पहले ही वे पता लगा लेंगे कि आप कहां जाना चाहते हैं. इसके लिए वे आपकी आदतों का स्टडी करेंगे. सही वक्त पर फोन आपको दवाई खाने के लिए नोटिफिकेशन भी भेजेंगे.
कैलिफोर्निया की एक स्टार्ट-अप नियूरा ने ऐसा आर्टिफिशल इंटेलिजेंस सिस्टम बनाया है जो स्मार्टफोन यूजर के व्यवहार के डेली पैटर्न को डीकोड कर सकता है. नियूरा के प्रमुख गिलाड माइरी ने कहा, ‘इस टेक्नॉलजी की मदद से स्मार्टफोन यह जान लेंगे कि उनका ऑनर बस पकड़ने के लिए दौड़ रहा है या फिर जॉगिंग के लिए.’
Facebook
Twitter
Google+
RSS