नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय फिल्मकार करण जौहर की ओर से मिलिट्री वेलफेयर फंड को दान किए गए पांच करोड़ रुपये स्वीकार नहीं करेगा। यह दान एमएनएस नेता राज ठाकरे ने फिल्म ‘ऐ दिल है मुश्किल’ में पाकिस्तानी कलाकारों को काम देने का दंड के रूप में करण से दिलवाने को कहा था। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार करण जौहर के इस दान को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
मंत्रालय अब एक नए नियम पर काम कर रहा है, जिसके तहत मजबूरन दिए गए दान पर रोक लगेगी। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह दिया गया दान, इस नेक काम की भावना के खिलाफ है। एक अधिकारी के अनुसार ऐसा पहले कभी नहीं हुआ जब बैटल कैजुअल्टी वेलफेयर फंड बनाया गया हो। इसके तहत दान केवल बैंकों के माध्यम से ही मान्य है, विदेशी स्रोतों से नहीं। उन्होंने कहा अवांछित रुपये दान किए जाने के मुद्दे को लेकर कई विकल्पों पर विचार-विमर्श किया गया।
बॉलीवुड से ‘5 करोड़ की डील’ पर एमएनएस को सेना ने लगाई थी फटकार
राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) को भारतीय सेना ने बॉलीवुड से की गई ‘5 करोड़ की डील’ पर फटकार लगाई है। पहले से ही सर्जिकल स्ट्राइक पर हो रही राजनीति से नाराज सेना ने राज ठाकरे की निंदा की है। गौरतलब है कि राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने बॉलीवुड प्रोड्यूसर्स के सामने शर्त रखी है कि अगर वह किसी पाकिस्तानी कलाकार को फिल्मों में लेते हैं तो उन्हें 5 करोड़ रुपये आर्मी रिलीफ फंड में जमा कराने होंगे।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सेना को राजनीति में न घसीटिए जो मजबूत, गैर-राजनीतिक, उच्च-अनुशासित और धर्मनिरपेक्ष है। सुरक्षा बल नहीं चाहते कि उन्हें इस निचले स्तर की राजनीतिक लड़ाई में घसीटा जाए।’ एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘हम सिर्फ उसी फंड को स्वीकार करते हैं जो स्वेच्छा से दिया जाता है न कि इस तरह की जबरदस्ती से।’
सेना के अधिकारियों ने बताया कि शहीद जवानों के परिजनों की मदद के लिए बड़ी तादाद में संगठनों और व्यक्तियों ने पैसे दान करने के लिए सेना से संपर्क किया था। इसके बाद हाल ही में ‘आर्मी वेलफेयर फंड बैटल कैजुअल्टिज’ का गठन किया गया। एक अधिकारी ने बताया, ‘3 फरवरी को सियाचिन में हिमस्खलन से 10 सैनिकों के शहीद होने और उड़ी आतंकी हमले के बाद इस तरह के गुजारिशों की बाढ़ आ गई थी।’
एयर वाइस मार्शल मनमोहन बहादुर (रिटायर्ड) ने कहा, ‘4 दशकों के अपने सेवाकाल में मैंने कभी भी जबरन वसूले गए धन का समर्थन नहीं किया। मेरे देश में यह क्या हो रहा है?’ एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘सेना वेलफेयर फंड में सहयोग की पीछे देशवासियों की भावनाओं और प्यार पर कभी भी शक नहीं करती। लेकिन यह राज ठाकरे द्वारा वसूला हुआ नहीं हो सकता।’
देश के पूर्व सैनिकों ने भी सोशल मीडिया पर एमएनएस और ठाकरे के प्रति नाराजगी का खुलकर इजहार किया है। फिल्म प्रोड्यूसर्स से वसूले गए 5 करोड़ रुपए को क्या सेना स्वीकार करेगी? इस सवाल के जवाब में लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन (रिटायर्ड) ने कहा कि हरगिज नहीं।
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